धनबाद (DHANBAD) : सिर्फ धनबाद शहर ही नहीं, जिले का कोई ऐसा भी कोना नहीं है, जहां के लोग आवारा पशुओं से परेशान नहीं है. हाट हो- बाजार हो- मोहल्ले हो, सब जगह आवारा पशु विचरण करते मिल जाएंगे. यह  पशु सिर्फ सड़क पर घूमते ही नहीं है, बल्कि अगर चलने वालों से थोड़ी भी चूक हुई तो जान ले लेते है. ऐसी कई घटनाएं धनबाद में हुई है, जिनमें लोगों को अपने परिवार के सदस्यों को खोना पड़ा है. इसके पहले भी निगम ने सड़क से आवारा पशुओं को हटाने की योजना बनाई थी. लेकिन वह कारगर साबित नहीं हो पाई. 

इधर, गुरुवार को उपायुक्त आदित्य रंजन ने गौशाला समिति के साथ बैठक की. आवारा पशुओं को सड़क पर छोड़ने वालों पर आर्थिक दंड लगाने की बात भी बैठक में कही. इस दौरान नगर आयुक्त ने शहर अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में आवारा पशुओं के विचरण से संबंधित जानकारी उपायुक्त को दी. इसके अलावा विभिन्न गौशाला से आए संचालकों ने भी अपने मंतव्य एवं समस्याएं उपायुक्त के समक्ष रखी. उपायुक्त ने कहा कि पशुओं के सड़कों में विचरण के कारण सड़क जाम के साथ-साथ प्रतिवर्ष कई सड़क दुर्घटनाएं होती है.  जिसमें हम कई बहुमूल्य जिन्दगियां खो देते है. 

मानव जीवन के साथ-साथ पशुधन की भी हानि होती है. उन्होंने कहा कि अभियान चलाकर सड़कों पर विचरण करने वाले पशुओं को नजदीकी गौशालाओं में भेजने की कार्यवाही की जाएगी. साथ हीं ऐसे लोग, जो जानबूझकर पशुओं को छोड़ते हैं, उन्हे आर्थिक दण्ड भी दिया जाएगा. इसके अलावा आवारा पशुओं को गौशाला में रखने के लिए शेड निर्माण से संबंधित दिशा निर्देश नगर आयुक्त को दिए. मौके पर नगर आयुक्त  रविराज शर्मा, अनुमंडल पदाधिकारी राजेश कुमार, सहायक नगर आयुक्त  प्रकाश कुमार के अलावा विभिन्न गौशाला के प्रतिनिधि मौजूद रहे. 

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो