साहिबगंज(SAHIBGANJ):सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के गृह विधानसभा क्षेत्र में आनेवाले साहिबगंज जिला इन-दिनों लुटेरों का सुरक्षित अड्डा बन चुका है.इस जिले के भ्रष्ट अधिकारियों को ना ही सरकार का डर है और ना ही जिला प्रशासन का डर है.ताजा मामला जिले के बरहरवा प्रखंड क्षेत्र से सामने आया है.जहां एक तरफ सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है तो दुसरे तरफ ताश के पत्ते की तरफ सड़क उखड़ रहा है.

एक तरफ से बन रही है, तो दुसरी तरफ से जर्जर हो रही है जर्जर

साहिबगंज जिले में बन रहे प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना का हाल बेहाल है. एक तरफ से सड़क बनती है तो दूसरी तरफ से सरक टूट रही है.पूरा नजारा बरहरवा प्रखंड के आरसीडी रोड दुलुमपुर से केंदुवा भायापुर लियाडांगा प्रधानमंत्री ग्राम सरक योजना की है.यह सड़क की लम्बाई लगभग 9 किलोमीटर है, जो 714.211 लाख रुपये की लागत से बन रही है लेकिन इस सड़क का हाल यह है कि बनते के साथ ही इसका पिच उखड़ने की शिकायत कई बार ग्रामीणों ने इसको लेकर ठीकेदार तथा विभाग को सूचना दी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो पाई उसके बाद ग्रामीणों ने इस की शिकायत कोंग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष से किया,उसके बाद बरकत खान कोंग्रेस पार्टी के साहिबगंज जिलाध्यक्ष ने कार्यस्थल का जयाजा लिया.

पढ़ें ग्रामीणों ने क्या कहा

वहीं फिर ग्रामीणों ने सड़क की दुर्दशा को दिखाते हुए कहा कि हाथ से ही पीच किया हुआ अलकतरा उखड़ रहा है.वही आगे जिलाध्यक्ष बरकत खान ने भी कहा कि ग्रामीणों की शिकायत पर हम यहा आये है और जिस प्रकार सड़क का काम हुआ है ये गलत है.जिसको लेकर विभाग से भी बात किये है सबसे बड़ी बात यह है की जो एजेंसी काम लेती है वह नहीं करते और पेटी कॉन्टेक्ट में दे देते है जिसको लेकर काम की गुणवता में कमी होती है.

सड़क बनने के बाद भी लोगों को नहीं मिली सुविधा

वहीं ग्रामीणों का कहना है कि लम्बे अरसे के बाद इस सड़क का निर्माण किया जा रहा है और इस प्रकार सम्बेदक के द्वारा घटिया निर्माण होने से पुनःसड़क खराब होगी. बार बार विभाग और तखेदार को बोलने पर भी कुछ नहीं हो रहा है साथ ही साथ शिकायत करने पर तखेदार के द्वारा केश करने की धमकी दी जाती है.

भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी सड़क

प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना सरकार ने इसलिए लागू किया ताकि ग्रामीणों को सड़क से गांव तक आने जाने में परेशानी ना हो. लोग शहर से गांव तक सड़क मार्ग से आसानी से आ जा सके लेकिन तखेदार का काम सही तरीके से नहीं होने पर फिर सड़क की जर्जर स्थिति होने से ग्रामीणों को परेशानी होगी.तो इसको लेकर विभाग को ठीकेदार पर कार्रवाई करते हुए कड़ा कदम उठाना चाहिए ताकि यह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने से बच सके.

रिपोर्ट-गोविंद ठाकुर