धनबाद(DHANBAD) | झरिया बिजली के लिए तड़प रही है, पानी के लिए आठ -आठ आंसू बहा रही है. लेकिन इस ऐतिहासिक शहर को न  बिजली मिल रही है और ना पर्याप्त मात्रा में पानी.  झरिया से सत्तापक्ष के विधायक हैं. पूर्णिमा नीरज सिंह तो विपक्ष की राजनीति कर रही है. रागिनी सिंह. झरिया में पानी- बिजली संकट पर जहां सत्तापक्ष चुप है. वही विपक्ष हल्ला बोल रहा है और व्यवस्था को नकारा बता रहा है.  

गुरुवार को भी झरिया  में बिजली विभाग की शव  यात्रा निकाली गई, वही आज शुक्रवार को रागिनी सिंह के नेतृत्व में बिजली के लिए भाजपा के लोगों ने झरिया कार्यपालक अभियंता के  कार्यालय के समक्ष धरना दिया.  भाजपा नेत्री श्रीमती रागिनी सिंह ने कहा कि  जब से राज्य में हेमंत सोरेन की सरकार आयी है. तब से झरिया की जनता को  सुविधाओं से भी वंचित कर दिया गया है. लोग बिजली के बिना त्राहिमाम कर रहे है.  

हल्की  हवा की झोकों से भी 3 से 4 दिन बिजली गायब हो जाती है. जनता बिल समय पर तो भुगतान करती है. पर जनता को बिजली  के लिये प्रचंड धुप में सडृक पर आकर आंदोलन करना पड रहा है. यह एक दिन की बात नहीं ,यह दंश झरिया के लोग पिछले 6 महीनों से झेल रहे हैं.  आज जनता की आवाज को भाजपा के कार्यकर्ता मुखर हो कर रख रहे है.  आगे अगर स्थिति नहीं सुधरी तो हम अधिकारियों को भी आराम से बैठने नही देंगे.  

उनके कार्यालयों के भी बिजली - पानी बंद कर देंगे.  धरना की अध्यक्षता नगर अध्यक्ष अरुण साव  व संचालन धनबाद महानगर के उपाध्यक्ष  उमेश यादव  ने किया.  मौके पर  राज कुमार अग्रवाल ,नीतिन भट्ट,श्रवण राय,मानस प्रसून ,स्वरुप भट्टाचार्य ,अखिलेश सिंह ,दिलिप भारती,अभिषेक पाण्डेय,संतोष शर्मा,राजा राम पासवान,अरिंदम बनर्जी,सत्यदेव सिंह,अनिल शर्मा,बीरेंदर वर्मा,रघु राम, संतोष रवानी,श्रवण राम,रोहित बीड़,सुमन अग्रवाल,पिंकी साहू,प्रातिम देवी,आकाश पासवान,बबलू दुबे शशि कान्त निराला,राहुल सोनी,अमर कुमार,चीकू महतो,बीरेंद्र  भईया,यश झा आदि मौजूद रहे.