रांची (RANCHI) - मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बुधवार को दिल्ली जा रहे हैं. राज्यसभा चुनाव में प्रत्याशी को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के बीच खींचतान पर चर्चा होगी. इस चर्चा में एक महत्वपूर्ण विषय यह है कि कांग्रेस अपना उम्मीदवार देना चाह रही है.
आंकड़ों के लिहाज बड़ी पार्टी है झारखंड मुक्ति मोर्चा
आंकड़ों के लिहाज से कोई एक ही प्रत्याशी सत्तापक्ष की ओर से राज्यसभा पहुंच सकता है. लेकिन यह भी रणनीति बनाई जा रही है कि यूपीए के ही 2 उम्मीदवार जीतें. इसके लिए वोट का जुगाड़ करना ही पड़ेगा. वैसे कांग्रेस जोरदार तरीके से अपना दावा पेश कर रही है कि इस बार उसे यह मौका मिलना चाहिए. उधर, झारखंड मुक्ति मोर्चा का अपना तर्क है कि आंकड़ों के लिहाज से वह सबसे बड़ी पार्टी है. उसके पास पर्याप्त संख्या में वोट हैं. लेकिन यह भी कहा जा रहा है कि गठबंधन धर्म को भी देखना है. इस संबंध में झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के आलाकमान ही अंतिम निर्णय लेंगे. अब देखना है कि दिल्ली में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी के बीच क्या तय होता है.
Recent Comments