देवघर (DEOGHAR) - ग्रामीण क्षेत्र में स्वच्छ छवि के लोग जो विकास कर सके, इसी मुद्दे पर देवघर के ग्रामीणों ने राज्य भर में सर्वाधिक मतदान किया है. अब सभी ग्रामीणों की नज़र मतगणना पर टिकी हुई है. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का मतगणना का कार्य कल से देवघर के मधुपुर कॉलेज और देवघर कॉलेज परिसर में शुरू होगा. इससे पहले प्रथम चरण में हुए मतदान की गिनती 17 से 20 मई तक हुई थी. कुल 194 पंचायत में से मात्र 68 पंचायत के मुखिया और 25 में से 8 जिला परिषद सदस्य ही निर्वाचित हुए है. बाकी का कल से परिणाम सामने आने लगेगा.

गहमा गहमी

जिला परिषद के लिए मधुपुर कॉउंटीन हॉल में रहेगा गहमा गहमी. क्योंकि वर्तमान जिप अध्यक्ष सहित मंत्री,सांसद,विधायक और पूर्व मंत्री की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. बात सबसे पहले सारठ के चितरा की करते हैं . यहां से रीता राय दुबारा चुनाव लड़ी है. वर्तमान में जिप अध्यक्ष है. इनके पीछे झारखंड के पूर्व कृषि मंत्री रणधीर सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. रणधीर सिंह की अपनी बहन है रीता राय.  वहीं अगर मधुपुर की बात करें तो सूबे के मंत्री हाफिजुल हसन के करीबी फ़ारूक़ अंसारी भी चुनावी मैदान में जीत का दावा कर रहे है. तो सांसद निशिकांत दुबे की भी प्रतिष्ठा इनके करीबी संजय यादव पर लगी हुई है. जबकी जामताड़ा के विधायक इरफान अंसारी की प्रतिष्ठा अपनी बहन शबाना खातून पर लगी हुई है. शबाना गोड्डा के पूर्व सांसद फुरकान अंसारी की बेटी है.

ये होंगे दावेदार

सारठ के चितरा से रीता राय और मधुपुर से फ़ारूक़ अंसारी,संजय यादव और शबाना सभी जिला परिषद अध्यक्ष पद की प्रबल दावेदार है. जहां सारठ के चितरा से रीता राय का प्रतिद्वंद्वी कोई खास नही है वही मधुपुर से तीनों उम्मीदवार एक ही सीट से चुनाव लड़े है ये है भाग संख्या 14 जो जिला का सबसे हॉट सीट माना जा रहा है. इस भाग संख्या से सभी राजनीतिक दिग्गज की प्रतिष्ठा का दांव अपने अपने करीबी पर लगा है. इस भाग से देखना होगा कि वहां की जनता मंत्री, सांसद या विधायक की प्रतिष्ठा बचाती है. इसका परिणाम दो तीन दिन में सामने आ जायेगा.

मतगणना व्यवस्था पूरी

प्रशासन द्वारा मतगणना के लिए पूरा व्यवस्था कर ली गई है. दंडाधिकारी के अलावा पुलिस बल लगातार मतगणना केंद्र पर डटे हुए हैं. कल से शुरू हो रही मतगणना में कौन प्रत्याशी जीतेगा और कौन हारेगा सभी चौक चौराहे पर इसकी चर्चा जोरों से की जा रही है.

रिपोर्ट : रितुराज सिन्हा, देवघर