रांची(RANCHI): राज्यसभा चुनाव में झामुमो के उम्मीदवार घोषणा के बाद कांग्रेस में मायूसी छाई हुई है.लगातार कांग्रेसी नेताओं का दर्द ट्विटर पर झलक रहा है.राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस शुरू से ही गठबंधन का हवाला देते हुए एक सीट पर दावेदारी कर रही थी.नेताओं का दर्द देख कांग्रेस झारखंड प्रभारी भी मंगलवार की सुबह रांची पहुंच गए.
रांची एयरपोर्ट से बाहर निकलने के बाद प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि हमारी कोशिश थी कि गठबंधन के साथी मिलकर एक कैंडिडेट घोषिष करते.लेकिन झामुमो ने संख्या बल पर बिना विचार किए राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार की घोषणा की है.
झामुमो गठबंधन धर्म से हट कर लिया फैसला
उन्होंने कहा कि जो चर्चा हुई थी उसमें सभी को मिलकर सीट पर उम्मीदवार उतारना था.उन्होंने कहा कि पहले झामुमो से ऐसी बात थी कि इसबार गठबंधन की ओर से कांग्रेस उम्मीदवार होगा.उन्होंने कहा कि गठबंधन अच्छा समन्वय हो इसके लिए ही होता है.
कोई एक अकेले सरकार नहीं चला सकता
अविनाश पांडे ने कहा कि झामुमो अकेले 27 की संख्या पर सरकार नहीं चला सकती और न ही कांग्रेस 17 पर इन सब बातों को ध्यान में रख कर प्रत्याशी की घोषणा करनी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से मिल कर आगे क्या करना है इसपर बात करेंगे. आज कांग्रेस के सभी विधायक और नेताओं के साथ बैठक कर आगे की रणनीति प्रभारी बनाएंगे.राज्यसभा चुनाव में झामुमो की ओर से प्रत्याशी देने के बाद कांग्रेस के कई विधायक ने खुल कर हेमंत सोरेन पर निशाना साधा है.
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