रांची(RANCHI): राजधानी के मोरहाबादी मैदान में 5 जून को होने वाली आदिवासी रैली भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है. इसमें आदिवासी समाज के लोगों को प्रमुख रूप से हिस्सा लेना है. इस कार्यक्रम की सफलता के लिए प्रदेश इकाई के महत्वपूर्ण नेता लगे हुए हैं.   

प्रदेश अध्यक्ष पर कार्यक्रम सफल बनाने की बड़ी चुनौती

कार्यक्रम को अपेक्षा अनुरूप सफल बनाना प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश के लिए चुनौती से कम नहीं है. इसके अलावा पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव के लिए भी यह अग्निपरीक्षा से कम नहीं है. भाजपा की ओर से इस आदिवासी रैली का नाम भगवान बिरसा मुंडा विश्वास रैली रखा गया है. इस कार्यक्रम में उपस्थित भीड़ यह बताएगी कि आदिवासी समाज के लोग भाजपा से कितने जुड़े हुए हैं. प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा है कि यह झारखंड के लिए सौभाग्य का विषय है कि एक बड़ी रैली यहां हो रही है. उन्होंने यह कहा कि इस रैली से राज्य में उलगुलान शुरू होगा. समीर उरांव ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक कार्यक्रम होगा. बाबूलाल मरांडी ने भी दावा किया है कि बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग इस रैली में शामिल होंगे.

प्रतिष्ठा दांव पर

भाजपा के कार्यकर्ता मोराबादी मैदान में होने वाले इस कार्यक्रम की सफलता के लिए दिन रात लगे हुए हैं. प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और एसटी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव की प्रतिष्ठा इससे जुड़ी हुई है.