रांची(RANCHI): झारखंड में राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है. कांग्रेस ने अपने तीन विधायकों को सस्पेंड कर दिया है. वहीं, कांग्रेस के कई और विधायकों के भाजपा के संपर्क में होने की खबर चल रही है. इसी बीच प्रदेश कांग्रेस और जेएमएम ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर हमला बोला. जेएमएम के सुप्रियो ने कहा कि भाजपा की नई नीति है, जहां जीतेंगे वहां सरकार बनायेंगे. लेकिन जहां नहीं जीतेंगे वहां Definitely सरकार बनायेंगे. वहीं, कांग्रेस ने कहा कि भाजपा की ये आदत रही है कि वो स्थिर सरकार को अस्थिर करने का प्रयास करती है. चलिए अब आपको बताते हैं किन-किन सूरतों में राज्य में बीजेपी की सरकार बन सकती है.  

पहला केस

जेएमएम और कांग्रेस में टूट होती है तो बीजेपी और जेएमएम की सरकार बन सकती है. जेएमएम 30 और एनडीए 30 कुल आकंड़ा 60 हो जाएगा और सरकार बन जाएगी. ऐसा हो भी सकता है क्योंकि सीएम हेमंत के खिलाफ सेल कंपनी और माइनिंग लीज का मामला चल रहा है. ऐसे में जेएमएम, बीजेपी के साथ भी जा सकती है. अगर मामला हेमंत के तरफ नहीं आता है तो.

दूसरा केस

इसके लिए भाजपा को जेएमएम या कांग्रेस के विधायकों को तोड़कर अपने साथ लाना होगा. भाजपा को कांग्रेस के कम से कम 12 विधायकों को अपने साथ लाना होगा. अगर ऐसा होता है तो उन विधायकों पर दल बदल कानून नहीं लगेगा. क्योंकि विधायकों की संख्या दो तिहाई से ज्यादा हो जायेगी. वहीं, एनसीपी के विधायक कमलेश सिंह भी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.

विधानसभा में वर्तमान विधायक किस पार्टी के कितने

झारखंड विधानसभा में 81 विधायक चुनकर है और सरकार बनाने के लिए 41 विधायकों का समर्थन जरूरी है. फिलहाल झारखंड में जेएमएम के 30 विधायक, कांग्रेस के पास 18 और राजद के एक विधायक सत्यानंद भोक्ता है. यानी की वर्तमान सरकार के पास कुल 49 विधायकों का समर्थन है. भाकपा का एक विधायक है जो सरकार को बाहर से समर्थन दे रहा है. एनसीपी का एक विधायक है. वहीं, बात अगर एनडीए की करें तो बीजेपी के पास 26 विधायक और आजसू के पास 2 विधायक हैं यानी 28. सरयू राय निर्दलीय हैं उन्होंने किसी का समर्थन नहीं किया है. बरकट्ठा विधायक अमित यादव हैं.