रांची(RANCHI): झारखंड में पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक हलचल काफी तेज हो गई है. एक ओर जहां यूपीए विधायक एकजुट होने की बात करते हैं. वहीं, यूपीए रविवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर विधायकों को तोड़ने का आरोप लगाती है. यूपीए राज्यपाल से अनुरोध करती है कि अगर भारत निर्वाचन आयोग ( Election Commission of India ) का पत्र आपके पास आ गया है तो उसे जल्द से जल्द सार्वजनिक करें. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि राज्यपाल आज अपना फैसला सार्वजनिक कर सकते हैं. क्योंकि शनिवार और रविवार छुट्टी का दिन होता है तो ऐसे में आज यानी सोमवार को कयास लगाए जा रहे हैं कि संभवत: फैसला सुना दिया जाए.   

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सभी विधायक को कभी भी सीएम आवास बुलाया जा सकता है. वहीं, कई विधायकों और मंत्रियों का आना शुरू भी हो गया है. दोपहर में या शाम तक फिर यूपीए विधायकों की बैठक हो सकती है. हेमंत सोरेन के अलावा उनके भाई बसंत सोरेन (Basant Soren) से जुड़े खनन कंपनी में साझेदारी मामले पर भी भारत निर्वाचन आयोग में आज सुनवाई होना है.  

बसंत की सुनवाई पर भी होगी सबकी नजर

भारत निर्वाचन आयोग खनन कंपनी में साझेदारी से जुड़े झामुमो विधायक बसंत सोरेन के मामले में सोमवार यानी आज सुनवाई करेगा. आयोग में इस मामले में 22 अगस्त को सुनवाई तय थी पर वकील की अनुपलब्धता के कारण सुनवाई 29 अगस्त को तय कर दी गई. बता दें कि 12 अगस्त को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मामले को लेकर हुई लंबी बहस के कारण बसंत के मामले में सुनवाई नहीं हो सकी थी.

यूपीए विधायकों का टूट रहा सब्र

शनिवार को यूपीए विधायकों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया, जिसमें उन्होंने राज्यपाल से फैसला सार्वजनिक करने का अनुरोध किया. वहीं, उस दौरान मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार और बीजेपी जिस तरह सोची समझी साजिश के तहत विभिन्न संवैधानिक शक्तियों का दुरुपयोग कर सरकार को बदनाम कर रही है. उन्होंने कहा कि सवैंधानिक संस्थाओं को निर्णय लेने दें. लेकिन निर्णय से पहले ही कुछ गोपीचन्द जासूसों को खबर मिल जाती है. निशिकांत दुबे ज्योतिष हैं क्या कि उन्हें पहले ही सब पता चल जा रहा है. ये सरकार के खिलाफ सोची समझी साजिश है. इसके आगे उन्होंने कहा कि अगर चुनाव आयोग ने कोई फैसला लिया है तो राज्यपाल उस फैसले को सार्वजनिक करें. निर्णय सार्वजनिक होना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि हम ना झुकेंगे, ना रुकेंगे, ना थमेंगे, हम हर अन्नाय का जवाब देंगे. ये लोकतंत्र पर हमला करेंगे, हम लोकतंत्र को बचाने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि राज्यपाल तुरंत निर्णय सुनाएं हम 24 घंटे के अंदर उसका जवाब देंगे. हमारे पास पूर्ण बहुमत है.