जहानाबाद(Jehanabad): केंद्र सरकार और बिहार सरकार राज्य की सड़कों को चमकाने में लगी और एक हद तक सड़के चौड़ी और सुंदर भी हो रही है. लेकिन आप कल्पना कीजिए कि आप एक चौड़ी सड़क पर चल रहे हैं और चलते-चलते बीचों-बीच दर्जनों पेड़ का सामना करना पड़े, तो यह कैसा महसूस होगा.थोड़ी देर के लिए यह सोचने के लिए विवश होना पड़ेगा कि हम सड़क पर गाड़ी चला रहे हैं, या फिर वीडियो गेम खेल रहे हैं, लेकिन यह सच साबित हो रहा है .
पेड़ सड़क के बीचो-बीच में क्यों है, इसमें किसी की लापरवाही है?
जहानाबाद NH-83 का जहानाबाद डीएम ऑफिस के नजदीक 100 करोड रुपए की लागत से बन रहा है यह NH का चौड़ीकरण जहां आप देख सकते हैं कि तकरीबन सात आठ पेड़ सड़क के बीचो-बीच लगी हुई है. सड़क के बीचों बीच लगी ये पेड़ बेहद खतरनाक साबित हो सकती है ,क्या पता ड्राइविंग करते-करते आपकी गाड़ी पेड़ों से जा टकराए. हालांकि जिला प्रशासन अभी इस पर कुछ भी बोलने से कतरा रही है. आखिर सड़क चौड़ीकरण होने के दौरान पेड़ सड़क के बीचो-बीच में क्यों है, इसमें किसी की लापरवाही है? जिला प्रशासन के नाक के नीचे सड़क इस तरह से बनाई जा रही है जो बेहद गलत है.
विभाग ने 14 हेक्टेयर वन भूमि के लिए मुआवजे की मांग की
जब जिला प्रशासन ने 100 करोड़ रुपये की सड़क चौड़ीकरण परियोजना शुरू की थी, तो उन्होंने पेड़ों को हटाने की अनुमति के लिए वन विभाग से संपर्क किया था. लेकिन उनकी मांग खारिज कर दी गई. बदले में, वन विभाग ने 14 हेक्टेयर वन भूमि के लिए मुआवजे की मांग की है. हालांकि, जिला प्रशासन अनुरोध को पूरा नहीं कर सका, और उन्होंने एक विचित्र कदम उठाया - उन्होंने पेड़ों के चारों ओर एक सड़क बना दी. वही इस मामले पर ब्रजेश कुमार अपर समाहर्ता ने बताया कि वन विभाग द्वारा एनओसी नहीं दिए जाने के कारण यह मामला हुआ है. उन्होंने कहा है कि अभी सड़क बन रही है पूरी तरह से सड़क बनी नहीं है जल्द ही इसे ठीक कर लिया जाएगा.
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