पटना(PATNA): राजधानी पटना में ड्रग विभाग की ओर से लगातार 16 घंटे की रेड के बाद लाखों की नशीली दवा समेत 7 तस्कारों को गिरफ़्तार किया गया है. जानकारी के मुताबिक ड्रग विभाग की बड़ी कार्रवाई  लगातार 16 घंटे चली. जिसमें ड्रग विभाग ने सात प्रतिबंधित दवाओं को बेचने वालों को गिरफ्तार किया है.

लाखों की नशीली दवा समेत 7 तस्कर गिरफ़्तार

मामले मे जानकारी देते हुए सहायक ड्रग इंस्पेक्टर सच्चिदानंद प्रसाद  ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर यह पूरी कार्रवाई की गई. औषधि विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि नारकोटिक्स ड्रग की सप्लाई मार्केट में हो रही है. सूचना के आधार पर बहादुरपुर थाना की पुलिस के साथ मिलकर ऑपरेशन एनडीपीएस चलाया गया.

नाटकीय अंदाज में लिया गया एक्शन

सहायक ड्रग इंस्पेक्टर सचिदानंद ने बताया कि अल्कोहल बंद हो जाने के बाद युवाओं में नशीली दवा का प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है.  बड़े ही नाटकीय अंदाज में तस्कर को गिरफ़्तार किया गया. पुलिस  ग्राहक बनकर सब्जी बाग में पहुंची. वहां से प्रतिबंधित ड्रग्स बरामद हुई. जिसके निशानदेही पर दूसरे व्यक्ति को पकड़ा गया. उसके निशान देही पर  परतदर परत सभी लोगों के पास ड्रग विभाग की टीम पुलिस के साथ पहुंच  गई.

पकड़ी गई दावाओं की कीमत लाखों में 

वही पकड़ी गई दावाओं की कीमत लाखों में आंकी जा रही है. तस्करों की गिरफ्तारी के बाद उनके मोबाइल भी बरामद किए गए हैं पुलिस उसके पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुट गई है.सहायक ड्रग इंस्पेक्टर सचिदानंद ने बताया कि  यह दवा का प्रयोग सर्जरी के बाद किया जाता है, लेकिन जो लोग नशे के आदि होते हैं इसका  यूज करते हैं और उन्हें एक डोज लेने के बाद इन्हें नशा आ जाता है और धीरे-धीरे वह एडिक्टेड हो जाते हैं. इस दवा की कीमत महज बाजार में 21 से 22 रु में होती है.