किशनगंज(KISHANGANJ): एक ट्रेन हादसा जिसने कइयों की जिंदगी को कर दिया तबाह. बीती रात बक्सर में हुए रेल हादसे ने कई परिवार को उजाड़ दिया. उनकी खुशियां छीन ली. कई मां के आंचल सूने हो गए तो कई बच्चों के सर से उनके माता-पिता का साया उठ गया. और अभी भी कई ऐसे परिवार है जो अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं. किसी ने नहीं सोचा था कि यह ट्रेन यात्रा कुछ लोगों के लिए उनकी जिंदगी का आखिरी सफर होगा.
वही इस ट्रेन हादसे में बिहार के किशनगंज निवासी अबु जैद की भी मौत हो गई. दुख की बात तो ये है कि अबु अपनी विधवा मां का इकलौता कमाऊ बेटा था. जैसे ही माँ को बेटे की मौत की खबर मिली वह बदहवास हो गई. आँखों से बस आंसू टपक रहे थे. रोती-बिलखती मां बस एक ही रट लगाए पड़ी है कि अब उसका क्या होगा. मां बार-बार यही कह रही है कि अब उसके बुढ़ापे का सहारा कौन होगा. विधवा मां की इस हालत को देख गांव वालों के भी आंसू नहीं थम रहे. इस घटना से गांव में मातम पसरा हुआ है. लोग भी यही कह रहे हैं कि अब इस विधवा मां को कौन देखेगा.
दो भाई और पिता की पहले ही हो चुकी है मौत
बता दें कि अबु के पाँच भाई बहन थे. जिसमें दो भाइयों की पहले ही मौत हो चुकी है. 15 साल पहले अबु के पिता की भी मौत हो गई थी. एक बहन की शादी हो चुकी है वहीं दूसरी बहन कुंवारी है. ऐसे में अबु अपने घर में इकलौता कमाने वाला शख्स था. उसकी मौत के बाद अब उसकी विधवा मां और कुंवारी बहन का भरण पोषण करने वाला इस दुनिया में कोई नहीं है.
बहन को छोड़ने दिल्ली गया था अबु
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि अबु 8 अक्टूबर को अपनी बड़ी बहन को बागडोगरा एयरपोर्ट से फ्लाइट लेकर दिल्ली छोड़ने गया था. उसके बाद बुधवार को वह नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस से दिल्ली से किशनगंज लौट रहा था. इसी बीच ट्रेन हादसे में उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है जो भी इस घटना के बारे में सुन रहा है वह यही कह रहा है कि अब इस विधवा मां को कौन देखेगा. वही गांव वाले और परिजन बिहार सरकार से मुआवजे की भी मांग कर रहे हैं.

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