टीएनपी डेस्क: आज कल शेयर मार्केट में निवेश कर हर कोई पैसे कमा रहा है. लेकिन उत्तर प्रदेश के एक युवक अमित शर्मा को शेयर मार्केट में निवेश करना भारी पड़ गया. ज्यादा फायदे के लालच में अमित शर्मा को 10.8 लाख रुपए का चुना लग गया. दरअसल, अमित को एक शख्स से शेयर मार्केट में निवेश कर अधिक पैसे कमाने का लालच दिया. अमित अधिक पैसे कमाने के झांसे में भी आ गया. उक्त शख्स ने अमित को फिर एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ दिया. व्हाट्सएप ग्रुप में भेजे गए लिंक व बैंक खाते में अमित ने अलग-अलग तारीखों पर 10.8 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए. लेकिन अधिक पैसे कमाने का लालच अमित को ले डूबा. पैसे ट्रांसफर करने के बाद भी अमित को निवेश का कोई लाभ नहीं मिला. लेकिन अमित के पैसों से स्कैमर्स की चांदी जरूर हो गई. जी हां, आजकल स्कैमर्स इस बढ़ते टेक्नोलॉजी का सहारा लेकर लोगों को ठग रहे हैं. हर कोई मुनाफे के लिए शेयर मार्केट में निवेश कर रहा है. इस बात का फायदा स्कैमर्स उठा रहे हैं.
निवेश कर मुनाफे का दे रहे लालच
स्कैमर्स लोगों को अधिक पैसे कमाने के लिए अपने झांसे में ले रहे हैं. स्कैमर्स लोगों को निवेश कर मुनाफे का लालच दे उनसे लाखों रुपए ठग रहे हैं. ऐसे में जिन्हें निवेश के बार में नहीं पता वे स्कैमर्स के झांसे में आसानी से आ जा रहे हैं. वहीं, अब लोगों को ठगने के लिए स्कैमर्स डीपफेक वीडियो का भी इस्तेमाल करने लगे हैं. इस डीपफेक वीडियो में एसबीआई या आरबीआई के बैंक अधिकारी लोगों को निवेश करने के लिए फर्जी साइट, लिंक आदि बता रहे हैं. बैंक अधिकारी द्वारा निवेश की बात सुन लोग इस झांसे में भी आ रहे हैं.
दरअसल, सोशल मीडिया पर ऐसा ही एक वीडियो देखने को मिल रहा है. जिसमें बैंक के उच्च अधिकारी निवेश की योजनाओं को बढ़ावा और समर्थन दे रहे हैं. हालांकि, ये वीडियो पूरी तरह से झूठ और गलत है. स्कैमर्स निवेश करने को लेकर बैंक अधिकारियों का डीपफेक वीडियो जारी कर लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं. बता दें कि, स्कैमर्स ने फर्जी बैंक अधिकारी का डीपफेक वीडियो बनाया है. जिसमें अधिकारी लोगों को निवेश करने के तरीके, योजनाओं और लिंक व साइट बता रहे हैं. ऐसे में बैंक अधिकारी समझ जो भी निवेश की योजनाओं में दलचस्पी दिखा ऐसे साइट पर जा रहे हैं उन्हें स्कैमर्स टेलीग्राम या व्हाट्सएप्प ग्रुप में जोड़ रहे हैं. ऐसे में ग्रुप में जुडने के बाद जो भी व्यक्ति निवेश कर रहे हैं वे बस स्कैमर्स के इस चाल का शिकार हो रहे हैं और उनके साथ लाखों की ठगी हो रही है.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने किया आगाह
वहीं, इस तरह के वीडियो देख स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India) ने आम जनता को इस बारे में चेतावनी दी है. अपने आधिकारिक अकाउंट में पोस्ट शेयर कर स्टेट बैंक ने आम जनता को आगाह किया है कि झूठी डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट की जा रही है. जिसमें बैंक के अधिकारी निवेश योजनाओं को समर्थन कर रहे हैं, जो पूरी तरह से गलत है. कोई भी बैंक अधिकारी इस तरह की योजनाओं का समर्थन नहीं कर रही है. न तो कोई भी बैंक या अधिकारी इस तरह के योजनाओं से जुड़े हैं. ऐसे में इस तरह के वीडियो से सावधान रहे और सतर्क रहें. भारतीय स्टेट बैंक ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि, वे ऐसी डीपफेक वीडियो से बचें. साथ ही सोच समझ कर ही निवेश करने के कदम उठायें. स्कैमर्स के झांसे में ना आए.
ALERT - PUBLIC CAUTION NOTICE pic.twitter.com/iIpTusWCKH
— State Bank of India (@TheOfficialSBI) December 16, 2024
क्या है डीपफेक वीडियो
टेक्नोलॉजी की दुनिया में जिस तरह से नए नए तकनीक इजात हो रहे हैं, उसमें से एक है AI. देखा जाए तो AI हर क्षेत्र में इंसानों की मदद के लिए एक अच्छी तकनीक है. लेकिन सिक्के की दो पहलू की तरह इसके भी दो पहलू हैं. एक तरफ इसका इस्तेमाल अच्छे कामों के लिए किया जा सकता है तो दूसरी तरफ गलत कामों के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा रहा है. ऐसे में डीपफेक AI का ही एक इजात है. डीपफेक ऑडियो और वीडियो में दोनों में हो सकता है. AI की मदद से कोई भी किसी का डीपफेक वीडियो बना सकता है. इसमें AI के जरिए किसी भी इंसान का चेहरा या आवाज कॉपी कर गलत तरीके से उसका इस्तेमाल किया जाता है. AI की मदद से किसी भी इंसान की आवाज और उसका चेहरा एक जैसा ही बनाया जा सकता है. ऐसे में इस AI तकनीक का इस्तेमाल स्कैमर्स लोगों को फंसाने के लिए कर रहे हैं.
कैसे करें इस तरह के वीडियो की पहचान
डीपफेक वीडियो देखने में एकदम असली जैसा ही होता है. इस तरह के वीडियो में इंसान की शक्ल और आवाज भी एकदम असली जैसी होती है. ऐसे में इस तरह के वीडियो को पहचानने के लिए आपक उस वीडियो में इंसान के चेहरे और उसकी आवाज पर ध्यान देना होगा. क्योंकि, ध्यान से देखने पर आपको उसके चेहरे, आवाज और बोलचाल का तरीका थोड़ा अलग दिखाई देगा. ऐसे में आपको चेहरे और आवाज में थोड़ा फरक दिखाई देगा.
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