धनबाद (DHANBAD) : कोयले के बिना कोयलांचल की राजनीति चलती नहीं है, चाहे वह कोई दल या संगठन हो. धनबाद के पुटकी थाने में दर्ज एक मुकदमे के बाद ऐसा लगने लगा है कि चर्चित सिंह मेन्शन और रघुकुल के बीच टकराव की पृष्ठभूमि एक बार फिर तैयार हो रही है. कोयला उठाव ही इस बार भी मुद्दा है. गोपाली चक कोलियरी में चल रही सिंह नेचुरल आउटसोर्सिंग में कोयला उठाव को लेकर विवाद बढ़ गया है. जय मां तारा और रागिनी मर्चेंडाइज के प्रतिनिधि मुकेश पासवान ने पुटकी थाने में लिखित शिकायत देकर बीसीसीएल पुटकी बलिहारी प्रोजेक्ट एरिया के महाप्रबंधक, लोडिंग बाबू सहित रघुकुल से जुड़े कोयला कारोबारी हर्ष सिंह के खिलाफ रंगदारी मांगने, घटिया कोयला देने सहित अन्य आरोप लगाए है. हर्ष सिंह रघुकुल से जुड़े है.
कोयला उठाव के लिए रंगदारी मांगने का लगाया गया है आरोप
पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है. प्राथमिक के अनुसार 2 जुलाई 25 को ई ऑक्शन डी ओ के माध्यम से जय मां तारा को 200 मीट्रिक टन और रागिनी मर्चेंडाइज को 2000 मीट्रिक टन कोयला आवंटित किया गया था. 11 अगस्त तक जय मां तारा को केवल 75.850 मेट्रिक टन और रागिनी मर्चेंडाइज को 540. 180 मेट्रिक टन ही कोयला दिया गया. वह अभी निम्न गुणवत्ता का कोयला था. इस अवधि में एक अन्य ट्रेडिंग कंपनी को 17, 800 टन आवंटित कोयले में से लगभग उच्च गुणवत्ता का कोयला दे दिया गया.
जिस कंपनी को अधिक कोयला दिया गया है, उसके संचालक हर्ष सिंह बताये गए है
जिस कंपनी को उच्च गुणवत्ता का अधिक कोयला दिया गया है, उसके संचालक हर्ष सिंह को बताया गया है. कहा गया है कि कोयला उठाव में हर्ष सिंह बाधा डालते हैं और ₹2000 प्रति टन रंगदारी की मांग करते है. रंगदारी नहीं देने पर कोयला नहीं देने की धमकी दी जाती है. बता दे कि इस मामले को लेकर झरिया विधायक रागिनी सिंह पुटकी में कोयला अधिकारियों से मिल चुकी है. हो सकता है कि गोपालीचक कोलियरी में कोयला उठाव के बहाने सिंह मेंशन और रघुकुल एक बार फिर आमने-सामने हो जाए. इसके पहले भी गोपालीचक में कोयला उठाव को लेकर खूनी संघर्ष हुआ था. एक बार फिर टकराव की पृष्ठभूमि तैयार हो रही है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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