रांची(RANCHI): घाटशिला विधानसभा उपचुनाव की सरगर्मी तेज है. कभी भी चुनाव की घोषणा हो सकती है. लेकिन इससे पहले भाजपा और झामुमो में उम्मीदवार के चयन को लेकर अंदर खाने मंथन का दौर शुरू है. पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर चर्चा की जा रही है. ऐसे में घाटशिला उपचुनाव में भाजपा में भी कई दावेदार सामने आगाए है. लेकिन भाजपा ने सब कुछ तय कर लिया है. कौन उम्मीदवार होगा और कौन किस भूमिका में चुनाव में दिखेगा. यह सीट को जीतने के लिए भाजपा ताकत लगाते दिखेगी. यही वजह है कि कोई भी कदम उठाने से पहले कई बार केन्द्रीय नेतृत्व और चुनाव समिति सोच रही है.
इस सीट को देखें तो भाजपा के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. क्योंकि एसटी सीट पर पिछले चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन सबसे खराब रहा. जबकि कोल्हान में पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन एक मात्र सीट को जीत पाए थे. अन्य एसटी सीट पर हार का सामना करना पड़ा था. अब फिर जब उपचुनाव हो रहा है और दावेदार के रूप में चंपाई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन है. भाजपा ने अंदर खाने में यह तय कर लिया है कि इस चुनाव में एक्सपरिमेंट नहीं कर बाबूलाल पर ही दाव खेलेगी. जिससे चुनाव में फायदा हो सके.
अगर देखें तो घाटशिला सीट पर बाबूलाल सोरेन और चंपाई सोरेन की अपनी पकड़ भी काफी अच्छी है. चुनाव हारने के बाद भी वह लगातार इस क्षेत्र में बने है. जिसे अब चुनाव में भंजाने की कोशिश होगी. चंपाई सोरेन खुद पूरे इलाके में घूम कर जनता से सीधा संवाद कर रहे है. कई तस्वीर सामने आई है. जिसमें चंपाई सोरेन खुद आगे और बाबूलाल उनके पीछे परछाई बन कर घाटशिला में मेहनत कर रहे है. ऐसे में उपचुनाव में बाबूलाल सोरेन की ही दावेदारी मजबूत मानी जा रही है.
अब सवाल है कि जो चर्चा सीता सोरेन की बेटी जयश्री की शुरू हुई तो वह अब क्या करेंगी. जिसमें कहा जा रहा है कि फिलहाल इस सीट पर बाबूलाल सोरेन का टिकट पक्का हो गया है. अब सभी भाजपा नेता क्षेत्र में मोर्चा संभाल कर घाटशिला सीट को पार्टी के झोली में डालने का काम करेंगे. सीता सोरेन भी शिबू सोरेन की बड़ी बहु है. अब उन्हे भी पार्टी चुनाव प्रचार में जिम्मेवारी देगी. जिससे मजबूती से चुनाव लड़ा जा सके.
अब सवाल यह भी है कि अगर भाजपा ने तय कर लिया है तो फिर झामुमो से क्या होने वाला है. तो अब यहां भी सब कुछ साफ है बाबूलाल सोरेन के सामने सोमेश सोरेन ही चुनावी दंगल में दिखेंगे. सोमेश भी पूरी तैयारी में लगे है. लगातार क्षेत्र में सक्रिय है और जनता से सीधा संवाद कर खुद और पार्टी के पक्ष में अभी से ही प्रचार शुरू कर चुके है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद पूरे चुनाव पर नजर बनाए हुए है और सोमेश की जीत के लिए विशेष रणनीति पर काम कर रहे है.

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