TNP DESK: राजधानी दिल्ली की उत्तर पूर्वी सीट पर किसी न किसी बिहारी  का ही कब्जा होगा.  या तो मनोज तिवारी जीतेंगे या कन्हैया कुमार, दोनों बिहार मूल के रहने वाले है.  मनोज तिवारी अगर चुनाव जीतते  हैं तो यह  उनकी हैट्रिक होगी.  भाजपा ने इस बार भी मनोज तिवारी पर भरोसा जताया है.  लेकिन मनोज तिवारी को पानी पिलाने के लिए कांग्रेस के टिकट पर कन्हैया कुमार चुनावी मैदान में है.  कांग्रेस ने रविवार को दिल्ली की उत्तर पूर्वी सीट पर कन्हैया कुमार के नाम की घोषणा की है.  कन्हैया कुमार कांग्रेस के फायर ब्रांड नेता माने जाते है.  कन्हैया कुमार के चुनाव में खड़े हो जाने के बाद यह  मुकाबला दिलचस्प होगा, इस बात की पूरी संभावना है. उम्मीद यह भी की जा रही थी कि  कन्हैया कुमार को कांग्रेस बिहार के किसी सीट से खड़ा करेगी ,लेकिन उन्हें 
दिल्ली की उत्तर पूर्वी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है. 

लेफ्ट को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे कन्हैया कुमार 

लेफ्ट को छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने के बाद कन्हैया कुमार का कद बढ़ा है तो भाजपा में मनोज तिवारी का भी कद  कुछ कम नहीं है.  2014 में भी उन्होंने चुनाव जीता था, 2019 में भी विजई रहे और अब भाजपा 2024 में भी उनको उम्मीदवार बनाया है.  मनोज तिवारी का जन्म तो उत्तर प्रदेश के बनारस में हुआ है लेकिन मूल रूप से वह बिहार के कैमूर के रहने वाले है.  इसी प्रकार कन्हैया कुमार बिहार के मुंगेर जिले के रहने वाले है.  2019 में बिहार के बेगूसराय लोकसभा सीट से उन्होंने लेफ्ट  के टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन भाजपा  नेता और मंत्री गिरिराज सिंह के हाथों पराजित हो गए.  कन्हैया कुमार 2021 में लेफ्ट  छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे. 

भाजपा ने दिल्ली से छह सांसदों का काट दिया है टिकट 

भाजपा ने 2024 में दिल्ली से 6 सांसदों के टिकट काट दिया  है. सिर्फ उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी को फिर से चुनाव लड़ाया जा रहा है. भाजपा इस बार सेलिब्रिटी या बाहरी नेताओं को टिकट देने के बजाय अपने कार्यकर्ता को प्राथमिकता दी है. दिल्ली के 7 सीटों में आम आदमी पार्टी चार  और कांग्रेस तीन पर चुनाव लड़ेगी. आम आदमी पार्टी ने नए उम्मीदवारों पर दांव  लगाया है.  तीन विधायकों को उम्मीदवार  बनाया गया है.  2019 के चुनाव में दिल्ली के सातों सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला था.  भाजपा ,कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच लड़ाई  थी. इस बार आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में गठबंधन होने से मुकाबला आमने-सामने का हो जाएगा. 

रिपोर्ट --धनबाद ब्यूरो