धनबाद (DHANBAD) : बालू गाड़ियों से पुलिस की अवैध वसूली बंद कराइए एसएसपी साहब. नहीं तो ट्रैक्टर ओनर्स एसोसिएशन मासस के नेतृत्व में जोरदार आंदोलन करेगा.  बेचने वाले और खरीदने वाले दोनों को नुकसान हो रहा है. बता दें कि पूर्व विधायक अरूप चटर्जी के नेतृत्व में सोमवार को एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल एसएसपी से मिला और आरोप लगाया कि निरसा, मैथन, पंचेत, कालूबथान, चिरकुंडा एवं कुमारधुबी  पुलिस प्रति  ट्रैक्टर बालू से वसूली करती है.

कई थानों में तो प्रतिमाह की रकम फिक्स है

कई थानों में तो प्रतिमाह की रकम फिक्स है. अगर इस अवैध वसूली को बंद नहीं कराया गया तो निरसा  के लोग चुप नहीं बैठेंगे. सोमवार को ही निरसा में एक संवाददाता सम्मेलन कर पूर्व विधायक ने कहा कि एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लिया है और सभी थाना एवं ओपी के पुलिस अधिकारियों को डिपार्टमेंटल लेटर जारी कर कहा गया है कि किसी भी स्थिति में बालू लदे वाहनों से पुलिस के नाम पर वसूली बंद करें. अगर शिकायत मिली तो अविलंब  कार्रवाई की जाएंगी. 
कोई शिकायत है तो उन्हें सीधे दें,कार्रवाई होगी
 एसएसपी ने यह भी कहा है कि अगर कोई शिकायत है तो उन्हें सीधे दें , तत्काल कार्रवाई होगी.  एसोसिएशन का कहना है कि वसूली के कारण एक ट्रैक्टर बालू की कीमत जहां दो से ढाई हजार होनी चाहिए, वहीं यह ₹4000 तक बेचा जा रहा है.  मिट्टी, पत्थर यहां तक की गोबर लदे ट्रैक्टरों से भी ₹200 प्रति गाड़ी वसूली की जा रही है.

पूर्व विधायक का आरोप

पूर्व विधायक ने सनसनीखेज खुलासा किया है कि हरेक थाना और ओपी की अलग-अलग रेट फिक्स है.  पंचेत ओपी  का प्रति  ट्रैक्टर प्रति ट्रिप  ₹550, कालूबथानं  ओपी  का प्रति ट्रैक्टर प्रति ट्रिप  ₹400, चिरकुंडा थाना का ₹6000 महीनवारी, कुमारधुबी ओपी  का प्रति  ट्रैक्टर प्रतिमाह  25 सो रुपए, निरसा थाने का प्रति ट्रैक्टर प्रति ट्रिप  ₹200, गलफरबाड़ी ओपी  का प्रति  ट्रैक्टर प्रति ट्रिप  एक सौ रुपया फिक्स है.  एसोसिएशन का आरोप है कि 2000 का बालू उपभोक्ताओं तक पहुंचते-पहुंचते 4000 तक का हो जाता है. 

रिपोर्ट : सत्य भूषण ,धनबाद