पाकुड़ (PAKUR): महेशपुर प्रखंड के शहरग्राम गांव में जन आक्रोश सड़कों पर दिखाई दिया. कोयला परिवहन से ध्वस्त हो चुकी लिंक रोड की मरम्मत और अन्य जनसमस्याओं को लेकर सैकड़ों ग्रामीणों ने आमड़ापाड़ा पाकुड़ लिंक रोड को जाम कर दिया. सड़क जाम के कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यातायात पूरी तरह ठप हो गया.
आक्रोशित ग्रामीणों ने डीबीएल लिमिटेड और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उन्होंने आरोप लगाया कि ओवरलोडेड हाइवा ट्रकों की बेलगाम आवाजाही से न केवल सड़कें पूरी तरह टूट चुकी हैं, बल्कि उड़ती कोयले की धूल से पर्यावरण भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है.
ग्रामीणों ने बताया कि सड़क की बदहाली के कारण स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति घट रही है. शहरग्राम स्थित प्लस टू उच्च विद्यालय इसकी सीधी मार झेल रहा है. मरीजों को समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जा पा रहा है और व्यापारियों की दुकानदारी तक प्रभावित हो चुकी है.
व्यापारियों ने कहा कि धूल और खराब सड़कों के कारण ग्राहक गांव आना छोड़ चुके हैं, जिससे रोजमर्रा की कमाई तक खतरे में है. गांव के लोग, खासकर छोटे दुकानदार, रोजी-रोटी के संकट से जूझ रहे हैं. ग्राम प्रधान बाबूलाल मड़ैया, दिनेश साहा, मंटू साहा, मुखलाल मड़ैया, छवि साहा, मिशन साहा और मथुरा साहा सहित दर्जनों ग्रामीणों ने इस गंभीर मुद्दे को उठाते हुए कहा कि उन्होंने पहले भी मुख्यमंत्री और कंपनी को ज्ञापन सौंपा था. साथ ही जिला प्रशासन व राज्य के अधिकारियों को कई बार पत्र भेजा गया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई.
ग्रामीणों ने प्रशासन से की ये मांग
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की कि सड़क की जल्द मरम्मत कराई जाए, कोयला ट्रकों पर नियंत्रण हो और प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों पर तत्काल रोक लगे. यह भी सवाल उठाया गया कि जब प्रशासन पर्यावरण संरक्षण को लेकर बड़े-बड़े अभियान चला रही है, तो फिर गांवों में उड़ती कोयले की धूल पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही?
रिपोर्ट: नंद किशोर मंडल, पाकुड़
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