देवघर(DEOGHAR)-आसनसोल रेल मंडल के जसीडीह स्टेशन पर कभी भी बडा हादसा हो सकता है. इस संभावित हादसे को रोकने की दिशा में ना तो रेलवे के अधिकारियों का ध्यान है और ना ही स्थानीय जिला प्रशासन का. दरअसल जब जसीडीह स्टेशन पर ट्रेन रूकती है, तब रेल यात्री स्टेशन से बाहर निकलने या दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए रेल ब्रिज का इस्तेमाल नहीं करते है. रेल यात्री रेल ट्रैक को पार कर बाहर निकलते हैं या फिर दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाते हैं. जसीडीह स्टेशन हावडा-दिल्ली मेन लाइन में हैं,जिसके अप और डाउन दोनों लाइन में दिन भर यात्री ट्रेनों और मालगाडियों का आवागमन जारी रहता है. ऐसे में यात्रियों के रेल ट्रैक पार करने के दौरान कोई ट्रेन आ गई तो बडा हादसा हो सकता है, स्टेशन परिसर में भगदड भी मच सकता है. कई लोगों की जानें जा सकती है.
जसीडीह प्लेटफार्म पर यात्रियों को रोकने के लिए एक भी आरपीएफ और जीआरपी जवानों की तैनाती नहीं की गई हैं. जो इन रेल यात्रियों को इस तरह रेल ट्रैक पार करने से रोक सकें. कुछ दिन पहले ही आसनसोल के डीआरएम जसीडीह स्टेशन का निरीक्षण कर चुके हैं. लेकिन किसी ने भी इस ओर उनका ध्यान आकर्षित नहीं कराया है.
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बेखौफ होकर रेल ट्रैक पार करते रेल यात्री
रिपोर्ट :अरविंद कुमार,जसीडीह,देवघर.
 
                             
                         
                         
                        
 
                 
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