देवघर(DEOGHAR)-भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय अंतर्गत कार्यरत हस्तकला प्रभाग द्वारा देवघर में ट्राइबल कारीगरों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. प्रमंडल स्तरीय इस कार्यशाला में संतालपरगना के सभी छह जिलों के हस्तकला से जुड़े कारीगरों को आमंत्रित किया गया था.इस कार्यशाला के माध्यम से इन कारीगरों द्वारा निर्मित सामग्रियों से लोगों को अवगत कराने और इनके बिक्री में आ रही परेशानियों को दूर करने पर विचार विमर्श किया गया.कार्यक्रम में उपस्थित देवघर के उपायुक्त मंजुनाथ भजंत्री ने कहा कि इन कारीगरों को उनकी मेहनत के अनुरूप इनके द्वारा निर्मित सामानों का उचित मूल्य मिल सके इसके लिए इन्हें e-मार्केट से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है और जल्द ही इनके उत्पाद की ब्रांडिंग कर देवघर मार्ट के जरिये इनके उत्पादों को एक स्थायी बाजार दिलाने का प्रयास किया जाएगा.
40 कारिगरों का चयन कर उन्हें दिया जायेगा प्रशिक्षण
मौके पर मौजूद हस्तकला उप निदेशक ने कहा कि भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय अंतर्गत ऐसे कारीगरों के लिए संचालित योजनाओं का लाभ दिलाने का प्रयास किया जा रहा है.हालांकि कोविड के कारण इन्हें कई तरह की परेशानियों का भी सामना करना पड़ा है,लेकिन अब सारी गतिविधियों को फिर से पटरी पर लाते हुए इनमें से 40 कारीगरों का चयन कर उन्हें बेहतर डिजाइन आधारित कार्य करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.उद्देश्य है कि इन्हें प्रतिदिन कम से कम ढाई से तीन सौ रुपये की कमाई हो सके.अच्छी कमाई होने से काम की तलाश में इनके पलायन पर भी रोक लगेगा. कार्यशाला में कुछ कारीगरों ने डिजाइन आधारित अपने उत्पाद का निर्माण कर अपनी हुनर का प्रदर्शन भी किया.
रिपोर्ट:ऋतुराज सिन्हा,देवघर
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