धनबाद(DHANBAD): धनबाद में कोयल चोर -तस्कर अब अवैध कोयला प्रोजेक्ट चला रहे है. कोयलांचल में अब दो तरह के कोयला खनन प्रोजेक्ट चल रहे है. एक प्रोजेक्ट वैध चल रहे हैं, जिसका आवंटन बीसीसीएल करती है. दूसरी ओर अवैध खनन प्रोजेक्ट भी चल रहे हैं ,जिसके मालिक कोयला चोर और तस्कर होते है. वैध आउटसोर्स प्रोजेक्ट से उत्पादित कोयला बीसीसीएल को मिलता है तो अवैध आउटसोर्सिंग परियोजना से उत्पादित कोयला सीधे काला बाजार में बेच दिया जाता है. मतलब साफ है कि डोज़र , डंपर और पोकलेन लगाकर अवैध परियोजनाएं चल रही है. इससे बीसीसीएल को कितना नुकसान होता होगा, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है. सूत्रों के अनुसार बाघमारा विधानसभा क्षेत्र के धर्माबांध ओपी क्षेत्र में इसका खुलासा हुआ है.
आधा दर्जन अवैध ओपन कास्ट प्रोजेक्ट चलने की खबर
जहां कम से कम आधा दर्ज़न अवैध ओपन कास्ट प्रोजेक्ट चल रहे है. इस बात की पुष्टि शनिवार को भी हुई. शनिवार को सीआईएस एफ की टीम जब पहुंची तो उसके होश उड़ गए. सूत्र बताते हैं कि सीआईएसएफ अवैध परियोजनाओं को बंद कराने गई जरूर थी, लेकिन वहां के हालात देखकर वह परेशानी में पड़ गई. टीम कोयला उठाने के लिए वाहन लेकर नहीं गई थी. इसी का कथित बहाना कर लौट गई. लेकिन इसका कोई असर अवैध प्रोजेक्ट चलने वाले कोयला तस्करों पर नहीं हुआ. सूत्र बताते हैं कि धर्माबाध ओपी क्षेत्र में आधा दर्जन जगहों पर अवैध ओपन कास्ट परियोजना कोयला तस्करों ने शुरू की है. सूत्रों पर भरोसा करें तो धर्माबाँध ओपी क्षेत्र के बंगाली कोठी, धर्माबांध चानक , तेतुलिया साइडिंग , तेतुलिया पंचायत भवन के समीप पोकलेन और जेसीबी मशीन लगाकर दिन-रात मिट्टी की कटाई की गई है. उसके बाद अवैध खनन प्रोजेक्ट तैयार किया गया है. यहां से उत्पादित कोयला सीधे ट्रको से बाहर भेज दिया जाता है.
टीम जब पहुंची थी ,तब भी कोयला लोडिंग हो रही थी
सूत्र तो यह भी बताते हैं कि जब टीम छापा मारने गई थी उसे समय भी कोयले की लोडिंग हो रही थी. लेकिन टीम वाहन नहीं रहने का बहाना बनाकर लौट गई. बता दें कि कोयला चोरी को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी डीजीपी को पत्र लिखा है. उन्होंने धनबाद में हो रहे कोयला चोरी का इसमें पूरी तरह से खुलासा किया है. उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि धनबाद में खुलेआम दबंगई के साथ कोयला चोरी हो रही है. धनबाद सहित झारखंड के बोकारो, रामगढ़ में बड़े पैमाने पर कोयला चोरी का भी पत्र में उल्लेख है . इसे रोकने के लिए पुलिस प्रशासन कोई पहल नहीं कर रहा है. इस वजह से राज्य पुलिस को लेकर संदेह पैदा होता है कि कहीं ना कहीं, पुलिस की मिलीभगत से ही इतने बड़े पैमाने पर कोयले की चोरी की जा रही है. . बाबूलाल मरांडी ने झारखंड के डीजीपी को 25 अप्रैल को यह पत्र लिखा है.
कोयला माफिया की करतूत का आईना है प्रदेश अध्यक्ष का पत्र
पत्र का संदर्भ धनबाद का है, लेकिन उन्होंने संगठित कोयला माफिया की करतूत को इस पत्र में उजागर किया है. उन्होंने पत्र में लिखा है कि धनबाद के कासियाटांड़ में कोयले का अवैध डिपो चलाया जा रहा है. यहां से प्रतिदिन दर्जनों ट्रक कोयला बिहार एवं उत्तर प्रदेश को भेजा जाता है और इस गिरोह को एक संगठित माफिया गैंग चला रहा है. उन्होंने पत्र में कई नाम के उल्लेख भी किए है. पत्र में उन्होंने आंकड़ा भी दिया है. बताया है कि रोज साइकिल और मोटरसाइकिल वालों से कोयला इस अवैध डिपो में गिरता है और रात में चोरी के कोयले को ट्रको को बिहार एवं उत्तर प्रदेश भेज दिया जाता है. ऐसा कर लाखों लाख की संगठित माफिया कमाई कर रहे है. पत्र में उन्होंने यह भी कहा है कि स्थानीय लोग जब विरोध करते है तो उन्हें झूठे मुकदमो में फंसा दिया जाता है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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