दुमका ( DUMKA): दुमका जिला में इस साल मानसून जमकर बरस रही है.  लगातार हो रही बर्षा के कारण मसानजोर डैम का जल स्तर बढ़ रहा है. 16 जुलाई की शाम तक डैम का जलस्तर 5 फीट बढ़ गया जिसके कारण बाढ़ की आशंका को देखते हुए मसानजोर डैम प्रबंधन ने सायरन बजा कर पहले एक और फिर दूसरा फ्लड गेट खोल दिया. 15 जुलाई को मसानजोड़ डैम का जलस्तर 386.60 फीट पर था पर नदियों से लगातार बारिश का पानी मसानजोर  डैम तक पहुंचने और डैम पर पानी के दबाव को कम करने के लिए दो फ्लड गेट खोले जाने के बावजूद 16 जुलाई के शाम तक  मसानजोर डैम का जलस्तर बढ़कर 391.10 फीट तक पहुंच गया है जबकि खतरे का निशान 398 फीट पर है.

प्रति घंटे डैम से छोड़ा जा रहा है 4600 क्यूसेक पानी

मसानजोर डैम में खतरे का निशान 398 फीट पर है. यानि जलस्तर लगातार खतरे के निशान के  नजदीक पहुंच रहा है हलांकि अभी भी खतरे के निशान से 7 फीट दूर है. पानी के बढ़ते दबाव को देखते हुए डैम प्रबंधन 17 जुलाई को मसानजोड़ डैम का और फ्लड गेट खोल सकती है. केंद्रीय जल आयोग के कर्मचारी कमल घोष ने बताया है कि जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए डैम प्रबंधन द्वारा दो फ्लड गेट खोला गया है. एक फ्लड गेट से प्रति घंटे 2300 क्यूसेक यानी दो फ्लड गेट से प्रति घंटे 4600 क्युसेक पानी छोड़ा जा रहा है. यहां बता दें कि मसानजोड़ डैम में कुल 29 गेट हैं जिसमें 21 फ्लड गेट, 03 हाई लेवल व 03 लो लेवल गेट, 02 हाइड्रा गेट एवं एक गेट झारखंड के केनाल के लिए है.

नजारा देखने मसानजोर डैम पहुंच रहे है लोग

 मसानजोर डैम में पानी का बढ़ता जलस्तर जहां डैम प्रबंधन के लिए खतरे की घंटी है वहीं पर्यटकों के लिए यह आकर्षण का केन्द्र है. डैम के जलस्तर और नदियों के जलस्तर पर नजर रखने के लिए मसानजोड़, महारो और मसलिया में बनाये गये केन्द्रीय जल आयोग के कार्यालय में कर्मचारी तीन पाली में काम कर रहे हैं. बारिश, नदियों का जलस्तर और डैम के जलस्तर की लगातार रिपोर्टिंग कर रहे हैं. 16 जुलाई को मसानजोड़ डैम का फ्लड गेट खुलने की जानकारी मिलते ही दुमका एवं आसपास के इलाकों के लोग मसानजोर डैम पहुंचने लगे और वहां लगातार बजाये जा रहे सायरन की परवाह किये बिना फ्लड गेट से निकल रहे पानी के सामने सेल्फि ले रहे हैं और रील बना रहे हैं.

रिपोर्ट: पंचम झा