धनबाद (DHANBAD) : सूत्रों पर भरोसा करें तो उत्तर प्रदेश एसटीएफ की नजर अभी भी झारखंड पर बनी हुई है. जमशेदपुर के भूमिहार भवन में माफिया डॉन रहे माफिया डॉन रहे मुख्तार अंसारी के शार्प शूटर अनुज कनौजिया के एनकाउंटर के बाद मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी की तलाश में एसटीएफ की नजर बनी हुई है. यूपी एसटीएफ को झारखंड के जमशेदपुर में उसे छुपे  रहने की आशंका है. मुख्तारअंसारी की पत्नी जेल में पति की मौत के बाद से कई महीनो से फरार है. शनिवार की रात यूपी एसटीएफ और झारखंड एटीएस ने जमशेदपुर में एनकाउंटर में अनुज  कनौजिया को मार गिराया था. इसके बाद एसटीएफ की नजर मुख्तार अंसारी की पत्नी को गिरफ्तार करने पर टिक गई है. मुख्तार अंसारी की मौत के बाद से ही वह फरार चल रही है. 

मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां  अंसारी को कई महीनो से खोज रही पुलिस 
 
मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी पर पुलिस ने इनाम भी घोषित कर रखा है. लंबे समय से पुलिस उसकी खोज में जुटी हुई है. उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश के विभिन्न थानों में कई मुकदमे दर्ज है. गैंगस्टर एक्ट भी लग चुका है. बताया जाता है कि अफशां अंसारी पर 75000 का इनाम घोषित है. इधर, अनुज कनौजिया के एनकाउंटर के बाद पुलिस की जांच तेज हो गई है. पुलिस ने बरामद दस्तावेज और अनुज के पास से मिले दो मोबाइल फोन को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है. इसके साथ ही पुलिस अनुज कनौजिया के संपर्क में रहने वाले लोगों की  जांच कर रही है.  सूत्र बताते हैं कि पुलिस की जांच में जमशेदपुर के साथ उत्तर प्रदेश के कई लोगों के नाम का पता चला है.  इसके अलावा अनुज के चालक राहुल सिंह ने भी पुलिस को कई जानकारी दी है.  एनकाउंटर के बाद पुलिस ने राहुल को मौके पर से ही गिरफ्तार कर लिया था.  कहा तो यह भी जाता है कि राहुल सिंह के जरिए ही वह लोगों से मिलता था. 

घटनास्थल से मिला डीवीआर खोल सकता है कई राज 
 
यह भी बताया जाता है कि पुलिस को घटनास्थल से एक डीवीआर  भी मिला है.  जिसमें कई संदिग्ध चेहरे की पहचान की जा रही है. फॉरेंसिक टीम डीवीआर  की फुटेज को भी खंगाल  रही है. यह पता लगाया जा रहा कि अनुज से मिलने कौन-कौन लोग आते थे. इसके अलावे अनुज के मोबाइल फोन के कॉल डिटेल्स और व्हाट्सएप चैट को भी खंगाला जा रहा है. साइबर सेल की मदद से अनुज कनौजिया के संपर्कों की पूरी सूची तैयार की जा रही है. पुलिस को भरोसा है कि अनुज कनौजिया के मोबाइल कई राज खोल सकते है. बता दे कि झारखंड के जमशेदपुर में मारा  गया मुख्तार अंसारी का कुख्यात शूटर अनुज कनौजिया सिर्फ दोनों हाथों से एक साथ फायरिंग करने में ही एक्सपर्ट नहीं था, बल्कि वह टेक्निकल ढंग से भी एक्सपर्ट था. 

तकनीकी  रूप से भी एक्सपर्ट था शूटर अनुज कनौजिया 
 
यही वजह है कि यूपी एसटीएफ को सही-सही जानकारी मिलने में परेशानी होती थी.  सूत्र बताते हैं कि जिस जगह पर उसे रुकना होता, वहां से 5-10 किलोमीटर पहले से ही वह अपना मोबाइल ऑफ कर लेता था.  वह एक ड्राइवर को भी अपने साथ रखता था.  जमशेदपुर में भी एनकाउंटर के पहले यूपी एसटीएफ और झारखंड एटीएस को कभी आशा तो कभी निराशा मिल रही थी.  वैसे, तो जमशेदपुर के भूमिहार मेंशन को पुलिस ने शनिवार  की शाम से ही घेराबंदी शुरू कर दी थी.  जब पक्की सूचना हो गई कि  अनुज कनौजिया भूमिहार मेंशन स्थित अपने ठिकाने पर आ गया है,तब टीम ने एक्शन शुरू किया.  सूत्र बताते हैं कि शनिवार शाम 7 बजे से ही घेराबंदी शुरू की गई, लेकिन यूपी एसटीएफ और झारखंड एटीएस चौकस थी.  क्योंकि वह जानती थी कि अनुज कनौजिया के पास हथियार हो सकते है. उनकी यह आशंका सच साबित हुई. क्यों कि अनुज फायरिंग कर बचने की कोशिश की थी. 
 
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो