रांची(RANCHI): झारखंड में नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षा बल के जवानों का अभियान तेज है. जंगल में घेर कर माओवादियों को मारा जा रहा है. जब माओवादी घिर रहे है तो अब ग्रामीण को ढाल बना कर बचने की कोशिश में है. कुछ ऐसा ही बोकारो में देखने को मिला. गोमिया में जब नक्सलियों को जवानों ने घेर लिया और मुठभेड़ शुरू हुई. इसमें नक्सली कमांडर कुंवर मांझी ढ़ेर हो गया. इसके पास से AK 47 भी बरामद किया गया है. जब नक्सलियों का कमांडर ढेर हुआ तो जंगल में रहने वाले ग्रामीण को नक्सलियों ने ढ़ाल बना लिया जिसमें एक की मौत की भी खबर है.

दरअसल बोकारो के लुगू पहाड़ी के पास बीते बुधवार को नक्सलियों की सूचना पर झारखंड पुलिस और CRPF,कोबरा जवान संयुक्त अभियान पर निकले. इस दौरान जैसे ही जंगल में जवान पहुंचे नक्सलियों ने देखते ही गोली चलना शुरू कर दिया.जवानों ने भी मोर्चा संभाला और मुहटोंड जवाब दिया. जिसमें पाँच लाख के इनामी नक्सली कुँवर मांझी को ढेर कर दिया. लेकिन इस मुठभेड़ में कोबरा 209 के जवान प्राणेश्वर कोच को गोली लगी. जिन्हे इलाज के लिए एयर लिफ्ट कर रांची लाने की तैयारी थी. इस बीच रास्ते में ही वह शहीद हो गए.

इस शहादत पर अभियान आईजी माइकल एस राज ने बताया कि नक्सल गतिविधि की सूचना पर अभियान शुरू हुआ था. जिसमें एक पाँच लाख के इनामी नक्सली को मार गिराया है. इस अभियान में एक और अन्य की जान गई है.साथ ही कोबरा 209 के जवान की शाहदत हुई है. इस शहादत का बदला लेंगे. इलाके में सर्च अभियान जारी है. अभी एक AK-47 बरामद हुआ है. लेकिन अब एक्शन तेज होगा. झारखंड से नक्सलवाद को पूरी तरह से जल्द खत्म कर दिया जाएगा.                                                        

अगर देखें तो नक्सलियों पर जब जवान भारी पड़े तो उन्होंने ग्रामीण को ढाल बनाने की कोशिश की है. जिससे एक स्थानीय की मौत हुई है. हालांकि यह कोई पहला मौका नहीं है जब नक्सलियों की वजह से जंगल में रहने वाले ग्रामीण की जान गई है. इससे पहले भी नक्सलियों के IED में फंस कर कई बार ग्रामीण इसकी बली चढ़ते रहते है. हाल के दिनों में सारंडा के जंगल में नक्सलियों के बारूदी जाल में एक जंगली हाथी भी चपेट में आया था. जिससे उसकी मौत हो गई.