धनबाद(DHANBAD): भारतीय रेल के कुल  13 लाख कर्मचारियों में से आधे को जामवंत- हनुमान संवाद सुनाया जाएगा.  कोई भी पूछ सकता है कि आखिर ऐसा क्यों किया जाएगा? तो बता दें कि रेलवे के कर्मचारियों को "कर्मयोगी" बनाने का प्रशिक्षण शुरू होने जा रहा है.  केंद्र सरकार की इस पहल  में अन्य केंद्रीय विभागों के कर्मचारियों को  भी शामिल किया जाएगा.  इसमें सभी कर्मचारियों और अधिकारियों की दक्षता बढ़ाने की कोशिश होगी.  

विभाग वार  प्रशिक्षित कर मास्टर ट्रेनर तैयार किए गए है.  वह 8 घंटे का प्रशिक्षण देंगे.  इसमें एक वीडियो सेशन भी रहेगा.  जिसमें जामवंत- हनुमान संवाद सुनाया जाएगा.  योजना यह है कि व्यक्ति में छुपी  शक्तियों को सामने लाया जाए.  प्रशिक्षण प्राप्त कर लेने के बाद रेल कर्मचारी   कर्मयोगी कहलाएंगे,

 कानपुर में 17 जुलाई को कर्मयोगी प्रशिक्षण दिया जाएगा.  टीम को प्रेरित करने के लिए रामायण में जामवंत -हनुमान  संवाद को दिखाया जाएगा.  मूल संदेश यह है कि हनुमान को लंका पार  करने में जब संशय बना तो जामवंत ने उनकी आंतरिक शक्ति का आभास कराया.  उसके बाद हनुमान समुद्र पार कर लंका पहुंच गए थे.  हर व्यक्ति में इसी तरह की आंतरिक शक्ति होती है, जिसे जागृत करने की जरूरत पड़ती है. 

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो