रांची(RANCHI): राष्ट्रपति चुनाव को लेकर झारखंड में सरगर्मी सबसे अधिक तेज है. इसकी वजह है, इसके पद पर खड़े दोनों प्रत्याशियों का राज्य से संबंध. राज्य की पहली आदिवासी राज्यपाल रहीं द्रौपदी मुर्मू NDA की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैंं. उनको लेकर आदिवासियों के बीच एक सॉफ्ट कोना है. क्योंकि स्थिति ऐसी दिख रही कि वो देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति हो सकती हैं. इसलिए राज्य के कई आदिवासी विधायक ऑफ द रिकॉर्ड उनके नाम पर सहमति जता चुके हैं. लेकिन गुरुजी शिबू सोरेन की अध्यक्षता में पिछले दिनों हुई झामुमो विधायकों की बैठक में कोई स्पष्ट निर्णय नहीं हो सका था. कहा गया कि सीएम हेमंत सोरेन दिल्ली जाकर गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस हाईकमान सोनिया गांधी से मिलेंगे. इसके बाद विषय पर आधिकारिक घोषणा पार्टी अध्यक्ष गुरुजी ही करेंगे. लेकिन घोषणा अबतक नहीं हुई है. जबकि 18 जुलाई को वोटिंग होनी है.
इधर, जब करीब 17 विपक्षी दलों की बैठक में टीएमसी के उपाध्यक्ष यशवंत सिन्हा के नाम पर राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के बतौर सहमति बनी, तो झामुमो ने भी मुहर लगाई थी. उनका भी संबंध झारखंड के हजारीबाग से है. वो वहां से सांसद भी रह चुके हैं. अभी झामुमो की सियासी वैचारीकी भाजपा के विरोध में खड़ी है. ये कई कारण हैं जिसे निर्णय लेने में पार्टी में असमंजस है. झामुमो की हालत पेंडुलम सी हो गई है, कभी इधर, कभी उधर. क्योंकि राज्य में यूपीए की गठबंधन सरकार भी है. अगर झामुमो UPA के साथ जायेगा तो इसका असर आदिवासी वोट बैंक पर पड़ सकता है. वहीं NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देता है तो इसका प्रभाव गठबंधन पर पड़ेगा. इन सब के बीच नेताओं की बयानबाजी जारी है.
दो नाव की सवारी कर रहा है झामुमो
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने झामुमो पर वार किया है. उन्होंने कहा कि झामुमो दो नाव की सवारी कर रहा है. उन्होंने झामुमो पर तंज कसते हुए कहा कि झामुमो के नेता UPA गठबंधन के प्रत्याशी के उम्मीदवार घोषणा करने पर दिल्ली गए थे. पार्टी में यह साफ नहीं है कि झामुमो किसके साथ है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने दिल्ली गए थे. वह सोनिया गांधी से भी मिलना चाहते थे लेकिन झामुमो के रवैये के कारण सोनिया गांधी ने मुलाकात नहीं की.
झामुमो जल्द करेगा समर्थन की घोषणा
इसपर झामुमो चुप कहाँ रहने वाला है. झामुमो प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि समय आने पर सब साफ हो जाएगा. यह मुद्दा राष्ट्र और पार्टी दोनों के लिए महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि पार्टी जल्द ही समर्थन पर घोषणा करेगी.
हेमन्त सरकार की सहयोगी कांग्रेस इस पर कुछ ज्यादा बोलने से परहेज कर रही है. प्रदेश प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि झामुमो ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बैठक की थी. इसका जो सही निर्णय होगा वह झामुमो सुप्रियो शिबू सोरेन को लेना है. उन्होंने कहा कि गुरुजी देश और राज्य की राजनीति को अच्छे से समझ रहे हैं. इसपर जो निर्णय वह लेंगें वह सोच समझ कर लेंगे.
Recent Comments