रांची(RANCHI): राज्य में सियासी पारा चढ़ा हुआ है. सभी की निगाहें राज्यपाल के उस फैसले पर टिकी हैं जो झारखंड की राजनीति और सीएम हेमंत सोरेन का भविष्य तय करने वाली है. यूपीए के विधायक और मंत्री भी राज्यपाल के फैसले का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. इसे लेकर यूपीए विधायकों की ओर से प्रेस कान्फ्रेंस किया गया. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए राज्यपाल को जल्द से जल्द फैसला सार्वजनिक करने की मांग की गई है. मीडिया को संबोधित करते हुए चंपई सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार के बारे में जो आज माहौल बना हुआ है और विधायकों की खरीद-बिक्री हो रही है. यह लोकतंत्र का और राज्य की जनता का अपमान है. चुनाव का फैसला अनाधिकारिक तौर पर बाहर आना असमंजस की स्थित पैदा करती है. राज्य से लेकर पूरे देश की निगाहें यहीं आकार टिक गई हैं कि आगे क्या होने वाला है. इसलिए आज राज्यपाल के कंधों पर आदिवासी, दलित के अधिकारों की सुरक्षा का दायित्व है. आदिवासियों की तरक्की भारतीय जनता पार्टी पच नहीं पा रही है.
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“हम ना झुकेंगे, ना रुकेंगे, ना थमेंगे और ना रुकेंगे”
वहीं मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि केंद्र की सरकार और बीजेपी जिस तरह सोची समझी साजिश के तहत विभिन्न संवैधानिक शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए सरकार को बदनाम कर रही है. उन्होंने कहा कि सवैंधानिक संस्थाओं को निर्णय लेने का सवाल है तो वे ले. वे निर्णय क्या होंगे, नहीं होंगे ये अलग विषय है. मगर, निर्णय समय से पूर्व ही कुछ गोपीचन्द जासूसों को पहले मिल जाते हैं. निशिकांत दुबे ज्योतिष हैं क्या कि उन्हें पहले ही सब पता चल जा रहा है. ये सरकार के खिलाफ सोची समझी साजिश है. इसके आगे उन्होंने कहा कि अगर चुनाव आयोग ने कोई फैसला लिया है तो राज्यपाल उस फैसले को सार्वजनिक करें. निर्णय सार्वजनिक होना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि हम ना झुकेंगे, ना रुकेंगे, ना थमेंगे और ना रुकेंगे, हम हर अन्नाय का जवाब देंगे. ये लोकतंत्र पर हमला करेंगे, हम लोकतंत्र को बचाने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि राज्यपाल तुरंत निर्णय सुनाएं हम 24 घंटे के अंदर उसका जवाब देंगे. हमारे पास पूर्ण बहुमत है.
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