धनबाद(DHANBAD): छात्र नेता टाइगर जयराम महतो आज धनबाद में थे. धनबाद में उन्होंने The Newspost से खुलकर बात की. उन्होंने अपने पुराने विवादित बयान का बचाव भी किया. साथ ही यह कह दिया कि झारखंड में आने वाले दिनों में वह बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं. तैयारी इसलिए कर रहे हैं क्योंकि संविधान निर्माताओं ने कहा था कि हमारा संविधान लचीला है, चलाने वालों के हाथ में निर्भर करेगा कि इसे अच्छे ढंग से चलाएं या गलत तरीके से. आज संविधान को चलाने वाले लोग गलत ढंग से इसे चला रहे है. इस वजह से आज नहीं तो कल झारखंड के लोगों को खासकर मध्यम और निचले वर्ग के लोगों को, किसान- मजदूर के बेटों को विद्रोह करना ही होगा. अन्यथा उनकी हकमारी जारी रहेगी.

विधानसभा जलाने वाली बात का किया बचाव

आपको बता दें कि टाइगर जयराम ने कहा था कि राज्य के विधानसभा को जला देना चाहिए, उस बयान का उन्होंने बचाव करते हुए कहा कि विधानसभा जलाने का मतलब माचिस की तिल्ली से जलाना नहीं, बल्कि जिस सोच के साथ झारखंड सरकार चल रही है, उस सोच को जलाने की बात हमने की थी. उन्होंने कहा कि आज झारखंड की जो स्थिति है, उसके लिए बाहर से आए अधिकारी तो जिम्मेवार है ही ,साथ ही वह ज्यादा जिम्मेवार हैं जो चुनकर जाते हैं. वोट लेने के पहले हमसे कहते कुछ और हैं और करते कुछ और हैं. जयराम ने पूछा कि झारखंड में ना नियोजन नीति बनी है और ना स्थानीय नीति और इसको लेकर तरह-तरह की बयानबाजी चलती रहती है. उनकी मांग है कि पहले नियोजन नीति तय हो, फिर स्थानीय नीति तय हो. उसके बाद सब कुछ ठीक-ठाक से चलाया जाये. उन्होंने कहा कि बंगाल में बंगाली शिक्षकों की नियुक्ति होती है. बिहार में बिहारी शिक्षकों की नियुक्ति होती है तो झारखंड में पूरे देश के लोगों की नियुक्ति क्यों होनी चाहिए.

रिपोर्ट : शाम्भवी सिंह के साथ प्रकाश ,धनबाद