रांची (RANCHI) : हमारे जीवन में कुछ दिन बहुत सौभाग्य से आते हैं. जब ये दिन आते हैं तो हमारा कर्तव्य होता है कि उसके प्रकाश, उसकी आभा को अगली पीढ़ी तक पहुंचाएं. आज का दिन ऐसा ही पुण्य पुनित अवसर है. 15 नवंबर की तारीख धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा का जयंति दिवस है. झारखंड स्थापना दिवस है. देश की आजादी के अमृत महोत्सव का कालखंड है. यह अवसर हमारी राष्ट्रीय आस्था का अवसर है. भारत की पुरातन आदिवासी संस्कृति के गौरवगान का अवसर है. ये बातें सोमवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के दौरान कही. मौका था रांची में बने बिरसा मुंडा उद्यान सह संग्रहालय के उद्घाटन का. प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संग्रहालय का ऑनलाइन उद्घाटन किया.
142 करोड़ रुपए की लागत से बना संग्रहालय
गौरतलब है कि पुराने जेल परिसर में बिरसा मुंडा उद्यान सह संग्रहालय बनाया गया है. इसे बनाने में कुल 142 करोड़ रुपए की लागत लगी है. इसमें राज्य सरकार ने 117 करोड़ रुपए खर्च किए हैं, वहीं भारत सरकार ने 25 करोड़ रुपए की सहायता की है. इस संग्रहालय के उद्धाटन के दौरान प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि आज का दिन मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से बहुत भावुकता भरा दिन है. आज के ही दिन श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की जनइच्छा शक्ति से झारखंड राज्य अस्तित्व में आया था. अटलबिहारी वाजपेयी जी थे जिन्होंने देश की सरकार में सबसे पहले आदिवासी मंत्रालय का गठन कर आदिवासी हितों को देश की नीतियों से जाेड़ा था. झारखंड स्थापना दिवस के मौके पर श्रद्धेय अटेल जी के चरणों में नमन करते हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की पहचान और भारत की आजादी के लिए लड़ते हुए भगवान बिरसा ने इसी जेल में आखिरी दिन बिताए. कहा कि जहां भगवान बिरसा के पांव पड़े हैं, वह भूमि हम सब के लिए एक तीर्थस्थल है. कहा कि बिरसा मुंडा व्यक्ति नहीं एक परंपरा है.
"जल जंगल जमीन के हक के लिए लड़े बिरसा मुंडा"
इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी मौजूद रहे. वहीं मुख्य अतिथि के तौर पर राज्य के राज्यपाल रमेश बैस भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए. मुख्यमंत्री ने संबोधित करते हुए कहा कि आज झारखंड के लिए गौरव की बात है. यह आवाज बहुत दूर तक जाएगी. उन्होंने झारखंड के स्वतंत्रता सेनानियों को भी याद किया और कहा कि यहां की लहू की आवाज को कोई नहीं रोक सकता. वहीं सभा को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि झारखंड राज्य स्थापना दिवस के साथ-साथ भगवान बिरसा मुंडा की जयंती है. दोनों पर्व पर मैं झारखंड वासियों को बहुत शुभकामनाएं देता हूं. भगवान बिरसा मुंडा ने जिस उद्देश्य से अंग्रेजों के खिलाफ मोर्चा खोला, जल जंगल जमीन के हक के लिए लड़े. उनसे प्रेरणा लेने और झारखंड को कैसे आगे बढ़ाया जाए उसपर हमें सोचने की जरुरत है. हमें शपथ लेना चाहिए हम जो भी करेंगे झारखंड के विकास के लिए करेंगे.
"संग्रहालय के साथ आदिवासी गांवों में भी जाने की दरकार"
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर राज्य वासियों को शुभकामनाएं दी. प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया. साथ ही बिरसा मुंडा की राह पर चलने की अपील की. इस दौरान झारखंड के लोकनायक और पद्मश्री से समानित मधु मंसूरी ने गीत के माध्यम से अपनी भावना जाहिर की. कहा कि झारखंड के लिए और आदिवासी परंपरा शहीदों के लिए बहुत बड़ा गौरव का दिन है. वहीं लोक कलाकार मुकुंद नायक ने भी आज के इस अवसर पर धरती आबा बिरसा मुंडा को याद किया. कहा कि संग्रहालय में लोग जरूर जानकारी लें, पर सही अर्थों में झारखंड की आदिवासी संस्कृति समझने के लिए आदिवासी मूलवासी गांवों में जाना होगा.
रिपोर्ट : अभिनव कुमार, रांची
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