दुमका (DUMKA) : दुमका जिला के शिकारीपाड़ा प्रखंड के कोलाइबाड़ी की रहने वाली दुलाड़ हेम्ब्रम की मौत मामले में स्वास्थ्य विभाग ने जांच पूरी हो गई है. जांच रिपोर्ट में मौत का कारण चेस्ट इन्फेक्शन और रेस्पिरेटरी डिजीज बताया गया. सिविल सर्जन डॉ बच्चा प्रसाद सिंह ने 24 नवंबर को प्रेस वार्ता में  यह जानकारी दी. जाहिर है द न्यूज पोस्ट पर खबर आने के बाद  सिविल सर्जन द्वारा आनन फानन में अपने बचाव का ताना-बाना बुन लिया जिसमें कई प्रश्न अनुत्तरित रह गए. इस पूरे रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया कि किस परिस्थिति में एक गर्भवती महिला को इंजेक्शन दिया गया.  पोस्टमार्टम क्यों नहीं कराया गया, यह भी नहीं बताया गया. जबकि ऐसे मामलों में पोस्टमार्टम का प्रावधान है. आनन फानन में कैसे रिपोर्ट जाहिर कर दी गई, सिविल सर्जन की कार्यशैली पर एक बड़ा सवाल है. सवाल यह भी है कि जो जांच के दायरे में है, वह अस्पताल प्रबंधन या सिविल सर्जन इस मामले में खुद जांच कैसे कर सकता. सवाल इसलिए भी उठ रहा है क्योंकि मामला देश के एक बड़े मुहिम से जुड़ा है. आदिवासी बहुल इलाके में कोविड 19 के टीके से जुड़ी ऐसी घटनाओं की चर्चा पूरे मुहिम को प्रभावित कर सकती है.

क्या है मामला

शिकारीपाड़ा प्रखंड के कोलाइबाड़ी की रहने वाली दुलाड़ हेम्ब्रम नौ महीने की गर्भवती थी. 17 नवंबर को उसे कोविड 19 का टीका दिया गया था. 18 नवंबर स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें आने पर फूलो झानो मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी थी. 22 नवंबर को दुलाड़ के पति जतिन ने शिकारीपाड़ा बीडीओ को ज्ञापन सौप कर पत्नी की मौत का कारण कोविड 19 का टीका बताते हुए जांच की मांग की थी. द न्यूज पोस्ट से इस बाबत खबर मिलने के  बाद मामले में सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने खुद संज्ञान लिया.  मंत्री ने मामले में डीसी रविशंकर शुक्ला को भी निर्देश दिया कि मामले की जांच कर शीघ्र रिपोर्ट दें.

आनन-फानन में जारी हुआ रिपोर्ट

 दुलाड़ की मौत की जांच के लिए डीसी के निर्देश पर 3 सदस्यीय जांच टीम गठित की गई. महज 24 घंटे के भीतर जांच टीम ने रिपोर्ट दिया. 24 नवंबर को सिविल सर्जन डॉ बच्चा प्रसाद सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान मौत का कारण चेस्ट इन्फेक्शन और रेस्पिरेटरी डिजीज बताया. उन्होंने कोविड 19 के टीके लेने से 9 महीने की गर्भवती दुलाड़ हेम्ब्रम की मौत से इनकार किया. यह पूछे जाने पर कि बगैर पोस्टमार्टम कराए जांच का आधार क्या है, तो उन्होंने कहा कि 18 नवंबर को जब उसे फूलो झानो मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था उस समय कराए गए ब्लड जांच में उसका WBC काफी कम पाया गया जो इन्फेक्शन का संकेत है. ब्लड रिपोर्ट मीडिया के सामने रखने से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि वह रिपोर्ट डीसी के समक्ष रखा जाएगा.