रांची( RANCHI)_ मानव शरीर का घुटने का जोड़ शरीर में सबसे बड़ा जोड़ होता है जैसे जब हम चलते, दौड़ते या सीढ़ियों पर चलते हैं तो शरीर के वजन का अधिक भार उठाते हैं.लेकिन कई बार इसमें उठने वाले दर्द को हम नजरअंदाज कर देते है. जिसके कारण घुटनों में दर्द होने लगता है जिसके बाद कमजोरी के कारण दैनिक कामों में परेशानी होती है. लगातार घुटनों में दर्द होने से तनाव की स्थिति बनी रहती है.यह कहना गलत होगा कि अब घुटनों के दर्द की समस्या केवल बड़े-बुजुर्गों तक ही सीमित है,जबकि अब यह किसी भी उम्र के व्यक्ति में देखने में मिल रही है.घुटने  के दर्द से बुजुर्ग सबसे अधिक प्रभावित होते हैं.पुरूष हो या महिला, आबादी के एक हिस्‍सा 40 की उम्र के बाद जोड़ की दर्द से परेशान है.कई लोगों का मानना है कि जब इंसान की उम्र बढ़ती है तो शरीर में कई बदलाव होते हैं, जिनमें से कुछ स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याएं पैदा करते हैं जिसमें जोड़ों का दर्द भी शामिल है. यह दर्द विभिन्न प्रकार के कारण से हो सकता है जिनमें प्रमुख हैं-ऑस्टियोआर्थराइटिस या घुटने की गठिया, मेनिस्कस टीयर, रनर्स नी, बर्साइटिस नी, घुटने में लिगामेंट इंजरी और अन्य घुटने की चोट शामिल हैं.

घुटनों के दर्द के लक्षण और कारण

घुटने का दर्द, जोड़ों के दर्द का सबसे आम रूप है, जो दुनिया भर में बहुत से लोगों में पाया जाता है. आमतौर पर इसका कारण हड्डी का टूटना या दूसरे जगह खिसक जाना,मुड़े या फटे लिगामेंट्स,मेनिस्कल में चोटें,संक्रमण. वहीँ इसके लक्षण की बात करें, तो इसमें से जोड़ों में नरमी, गर्मी, सूजन,जोड़ में अकड़न. जो आमतौर,पर सुबह और निष्‍क्रियता के बाद खराब हो जाती है.थकान, बुखार और वजन कम होना,चलते समय जोड़ों का लॉक हो जाना. जोड़ों का कड़ापन, खासकर सुबह में या यह पूरे दिन रह सकता है.मरोड़,वेस्टिंग और फेसिकुलेशन,शरीर में अकड़न साथ ही घुटनों की मांसपेशियों में खून का संचार सही न होना, घुटनों की मांसपेशियों में खिंचाव या तनाव होना, घुटनों में लगी चोट का प्रभाव इसमें शामिल हैं.

घुटने के दर्द के लिए घरेलू उपचार

घुटने के दर्द के लिए घरेलू उपचार अगर सही से किया जाये तो आप इससे राहत पा सकते हैं. याद रखें कि नमक यानी सोडियम का सेवन कम करें.ज्यादा नमक के सेवन से हड्डियां भी कमजोर होती हैं. रोजाना 3 से 4 लीटर पानी पिएं. विटामिन डी और विटामिन सी दर्द को कम करने में मदद करता है.इसलिए संतरे, स्ट्रॉबेरीस ब्रोकली का सेवन करें.विटामिन डी के लिए धूप में बैठें, दूध-दही, दलिया का सेवन करें.यदि जोड़ में सूजन है और छूने पर गर्मी महसूस होती है, तो आइस थेरेपी दर्द और सूजन को कम करने के लिए अद्भुत रूप से काम करती है.सरसों का तेल शारीरिक दर्द, घुटनों के दर्द, सर्दी जनित दर्द में बेहद लाभकारी होता है.साथ ही विटामिन-डी का सबसे अच्छा स्रोत सूरज से उत्पन्न धूप है, जिससे आपको नेचुरल विटामिन-डी मिलती है जो हड्डी के लिए अधिक लाभदायक होता है। इसलिए गठिया के मरीजों को नियमित रूप से सुबह कुछ देर धूप में टहलना चाहिए.

एक्सरसाइज घुटनों के दर्द में फायदेमंद

नियमित व्यायाम करना घुटनों या जोड़ों के दर्द का सबसे असरदार इलाज है.फिजियोथेरेपिस्ट की राय से एक्सरसाइज करें या योगा शिक्षक से सीख कर नियमित योगा करें. घुटने का दर्द हो तो हर कोई व्यायाम या योगासन न करें. घुटने के दर्द वालों के लिए वीरासन, मकरासन, ताड़ासन, भुजंगासन, पादहस्तासन आदि शामिल हैं। जिन्हें घुटनों का दर्द अभी नहीं है उन्हें शुरू से ही व्यायाम और योग की आदत डालना चाहिए ताकि भविष्य में इसके शिकार न हों.