टीएनपी डेस्क (TNPDESK) : जैसे जैसे नई टेक्नोलॉजीस और डिजिटल दुनिया का विस्तार होता जा रहा है, वैसे वैसे ही सुविधाएं भी बढ़ती जा रही है. पहले बिना ऑफिस गए काम नहीं हो पाता था पर अब टेक्नोलॉजी की मदद से लोग घर पर ही बैठ कर लैपटॉप पर ऑफिस का सारा काम निपटा रहे हैं. लेकिन यही टेक्नोलॉजी उनके स्वास्थ्य के लिए भी खतरा बनते जा रही है. ऑफिस या घर में लैपटॉप पर घंटों बैठ कर काम करना कई बीमारियों को न्यौता दे रहा है. इतना ही नहीं, काम के बाद भी लोग घंटों फोन भी चला रहे हैं. जिस कारण 10 में से लगभग 6 लोग गर्दन में दर्द या अकड़न जिसे सर्वाइकल पेन कहते है की समस्या से परेशान हैं. इस आर्टिकल में पढिए इसके लक्षण और उपाय.

क्या है सर्वाइकल पेन

हालांकि, यह दर्द उम्रदराज लोगों में ज्यादा होता है, लेकिन आज यह युवाओं में भी काफी बढ़ गया है. दिन भर एक ही जगह में लगातार काम करने, फोन चलाने से या फिर गलत पॉजीशन में सोने से भी सर्वाइकल पेन हो सकता है, जिसे नजरंदाज करने पर यह गंभीर रूप भी ले सकता है. इस दर्द से आराम पाना भी मुश्किल होता है. अक्सर यह दर्द गर्दन से रीढ़ की हड्डी तक हो सकता है. साथ ही सिर और कंधों में भी यह दर्द होता है.  

सर्वाइकल पेन का कारण

सर्वाइकल पेन ज्यादातर गलत पॉजीशन या एक ही पॉजीशन में ज्यादा देर बैठने और सोने से होता है. सोने के दौरान सिर के नीचे ज्यादा ऊंचा या नीचा तकिये का इस्तेमाल से भी यह हो सकता है. सिर पर ज्यादा भारी बोझ उठाना या ज्यादा देर तक गर्दन झुका कर रखने से भी सर्वाइकल पेन हो सकता है.  

सर्वाइकल पेन के लक्षण

  • गर्दन से सिर तक तेज दर्द होना
  • गर्दन हिलाने पर आवाज के साथ अकड़न होना
  • गर्दन में सूजन होना.
  • हाथ पैर में झुनझुनी होना.
  • चक्कर आना   

सर्वाइकल पेन का इलाज

घर पर सूर्यनमस्कार, वक्रासन, भुजांगासन जैसे योग कर भी सर्वाइकल पेन को ठीक किया जा सकता है. कुछ एक्सरसाइज भी होते हैं जो सर्वाइकल पेन को ठीक करने में भी काफी मददगार होते हैं. यदि सर्वाइकल पेन ज्यादा बढ़ गया हो तो फीजियोथेरेपी की भी मदद ले सकते हैं. जितना हो सके लंबे समय तक एक ही पॉजीशन पर न बैठे. यदि लंबे समय से एक ही जगह पर बैठ कर काम कर रहे हो तो थोड़े थोड़े देर में काम से ब्रेक लें. दर्द होने पर बर्फ से सिंकाई करे. सोते समय ज्यादा ऊंचा तकिया न लें. सही पॉजीशन पर सोएं.