टीएनपी डेस्क : मीठा खाना किसे पसंद नहीं. अक्सर कई लोग खाना खाने के बाद मीठा खाना पसंद करते हैं. कई लोगों का तो पहला प्यार ही मीठा होता है, मीठे के अलावा वे किसी और चीज की तरफ तो देखेंगे ही नहीं. खुशी हो या टेंशन किसी किसी को ऐसे मौकों पर भी मीठा खाने का बहाना चाहिए होता है. वहीं, हमारे आसपास दोस्त या रिश्तेदारों में कोई न कोई एक ऐसा जरूर होता है जिसके पास चॉकलेट, कैंडी या कोई न कोई स्वीट्स जरूर मिल जाता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि हम खुश होते हैं तो भी मीठा खाते हैं और अगर उदास या टेंशन में रहते हैं तो भी मीठा ही खाते हैं. आखिर हमें मीठा खाने का ही मन क्यों होता है. ये शुगर क्रैविंग कहीं हमारे शरीर में पोषक तत्वों की कमी तो नहीं. इस आर्टिकल में पढ़िए कि आखिर क्या है मीठे का हमारे मूड और शरीर से संबंध.  

हार्मोन इंबैलेंस होने के कारण दिमाग देता है मीठा खाने का सिग्नल 

हम अक्सर ज्यादा मीठा खाने को लेकर उसे मीठे के शौकीन या स्वीट्स क्रेविंग का नाम दे देते हैं. जबकि मीठे की क्रेविंग का ज्यादा होना आम नहीं है. कई बार हार्मोनल इंबैलेंस और शुगर लेवल के कम होने के कारण हमारे शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन की मात्रा कम होने लगती है, जिसके कारण हमारा मस्तिष्क हमें कार्बोहाइड्रेट या कुछ मीठा खाने का सिग्नल देता है. जिसके बाद मीठा खाने से हमारे शरीर में हैप्पी हार्मोन सेरोटोनिन का लेवल बढ़ जाता है या सामान्य हो जाता है. वहीं, शरीर में जब मैग्नीशियम की भी कमी हो जाती है तब हमें खासतौर पर चॉकलेट खाने का मन होता है. 

इन पोषक तत्वों की कमी के कारण भी हो सकती है शुगर क्रैविंग

•    मैग्नीशियम, क्रोमियम, आयरन और जिंक जैसे पोषक तत्वों की कमी के कारण भी हमें बार बार मीठा खाने का मन करता है. 
•    ब्लड में शुगर लेवल के घटने बढ़ने से भी बार बार मीठा खाने का मन होता है. मीठा हमारे शरीर में शुगर लेवल को बैलेंस करने में मदद करते हैं. जब हम ज्यादा मीठा खाते हैं तब हमारा शुगर लेवल बढ़ जाता है और हम एनर्जेटिक महसूस करते हैं ऐसे में जब हमारा शुगर लेवल कम हो जाता है तो हमारा दिमाग हमें मीठा खाने का संकेत देता है.  
•    हार्मोन असंतुलित होने पर खासकर के महिलाओं में पीरियड्स के दौरान मूड स्विंगस होते हैं. ऐसे में चॉकलेट महिलाओं के मूड स्विंगस और हार्मोन को बैलेंस करने में मदद करता है. 
•    वहीं, नींद की कमी भी ज्यादा मीठा खाने का कारण हो सकती है. नींद पूरी न होने पर हमारे हार्मोन पर असर पड़ता है और बार बार हमें शुगर क्रैविंग होती है.  

ऐसे करे कंट्रोल 

अगर आपको अपने मीठे की क्रैविंग को कंट्रोल करना है तो डाइट में पोषक तत्वों को शामिल करने से आपको मदद मिल सकती है. मैग्नीशियम की कमी को दूर करने के लिए आप हरी सब्जियों को अपने डाइट में शामिल करें. साथ ही नियमित रूप से अंडा, दूध, मीट और स्प्राउट्स को डाइट में शामिल करने से शरीर में प्रोटीन की मात्रा कंट्रोल में रहती है. बॉडी को संतुलित आहार मिलने से मीठे की क्रैविंग को कंट्रोल किया जा सकता है.

ज्यादा मीठा खाने के नुकसान 


•    हार्ट से संबंधित समस्याएं 
•    शुगर प्रॉब्लम्स
•    दांतों में कैवेटी
•    वजन बढ़ना 
•    डायबिटीज
•    इम्यूनिटी के साथ हड्डियों का कमजोर होना