TNP DESK: कोरोना के बाद अब एक बड़े महामारी के रूप में मंकीपॉक्स सामने आया है. बताया जा रहा है कि मंकीपॉक्स के मामले दुनिया में काफी तेजी से फैल रहे हैं. अफ्रीका से इस वायरस की शुरुआत हुई थी लेकिन अब यह स्वीडन, पाकिस्तान और केरल जैसे देशों में भी काफी तेजी से अपना पैर पसार रहा है. वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन ने मंकी पॉक्स को लेकर दुनिया में पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है. वहीं भारत सरकार ने भी मंकी बॉक्स के बढ़ते मामले को देखते हुए अलर्ट जारी किया है. भारत में भी इस वायरस को लेकर चिंताएँ बढ़ गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय दिशा निर्देशों के अनुसार दुनिया के कुछ हिस्सों में Mpox की सूचना मिलने के बाद राज्य के सभी एयरपोर्ट पर अलर्ट जारी किया गया. भारत में भी स्वास्थ्य मंत्रालय ने बढ़ते मामले को देखते हुए अलर्ट जारी किया और लोगों को सावधान रहने के लिए कहा है. इसके साथ ही दिल्ली एम्स में मंकी बॉक्स के बढ़ते मामले को लेकर प्रोटोकॉल जारी किया गया है.

देखिए Mpox के बारे में क्या कहते हैं डॉक्टर 

आपको बता दे की शुरुआती दिनों में मंकी पॉक्स जानवरों से फैलने वाली एक जेनेटिक बीमारी बताई गई थी. लेकिन यह अब संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी फैल रही है. बता दे कि अभी हेल्थ ऑफ़ मिनिस्ट्री ने भी ट्वीट कर लोगों को कहा कि Mpox से  सावधान रहे. यह एक वायरस संक्रमण है जो मंकी बॉक्स वायरस से होता है. इसके लक्षणों को नजरअंदाज ना करें और खुद को और दूसरों को सुरक्षित रखने के लिए सही कदम उठाए. यदि आप में मंकी बॉक्स के लक्षण दिखते हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर से संबंध करें.

Mpox के लक्षण

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार एमपीओएक्स के लक्षण की बात करें तो Mpox के लक्षण 2 से 4 हफ्ते तक रहते हैं. इसमें बुखार, सिर दर्द, ठंड लगना, थकान, लिंफ नोड्स का सूजना, मांसपेशियों और पीठ में दर्द बुखार आने के लगभग 1 से 4 दिन बाद त्वचा पर चकते पड़ने लगते हैं. 

Mpox से संक्रमित होने या इसे फैलने से रोकने के टिप्स

संदिग्ध मामलों के साथ और सुरक्षित निकट शारीरिक संपर्क से बचे  

किसी बीमार व्यक्ति द्वारा उपयोग की गई सामग्री के संपर्क में ना आए 

हाथों को अच्छे से धोएं 

मरीजों की देखभाल करते समय उचित व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण का उपयोग करें 

बायोमेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन दिशा निर्देशों के अनुसार दूषित कचरा का उचित निपटा करें