टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : जैसे-जैसे गर्मी बढ़ता जा रहा है, वैसे ही शरीर को ठंडा और हाइड्रेटेड रखना बेहद जरूरी हो जाता है. ऐसे में देशी ड्रिंक जैसे सत्तू और गन्ने का जूस गर्मियों में किसी अमृत से कम नहीं हैं. ऐसा माना जाता है कि तो ये दोनों ही ड्रिंक्स न केवल शरीर को ठंडक पहुंचाते हैं, बल्कि सेहत को भी कई तरीकों से फायदा पहुंचाते हैं.

सत्तू गरीबों का प्रोटीन, अमीरों का टॉनिक

बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में सत्तू, भूने हुए चने या जौ से बनाया जाता है. गर्मियों में इसे नींबू, नमक, और पानी के साथ पिया जाता है और लोग इससे पीना खूब पसंद करते है.

सत्तू पीने के फायदे

सत्तू शरीर को ठंडक देता है. सत्तू का कूलिंग इफेक्ट शरीर को अंदर से ठंडा रखता है, जिससे लू लगने का खतरा कम हो जाता है. इसके अलावा सत्तू डाइजेशन में भी मददगार होता है .बता दें इसमें मौजूद फाइबर डाइजेस्ट करने के हेल्प करता है .साथ ही सत्तू को एनर्जी बूस्टर भी कहा जाता है. दिनभर की थकान को दूर करने के लिए सत्तू का सेवन बेहद असरदार है. सत्तू में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होने के कारण यह डायबिटिक मरीजों के लिए भी सुरक्षित है.

गन्ने का जूस नैचुरल एनर्जी ड्रिंक

गन्ने का रस आयुर्वेद में भी एक प्राकृतिक एनर्जी ड्रिंक के रूप में जाना जाता है. यह न केवल स्वाद में मीठा होता है, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है.

गन्ने के रस के फायदे

गन्ने का जूस हाइड्रेशन में मददगार होता है. यह शरीर को तेजी से हाइड्रेट करता है और थकावट दूर करता है. बता दें लीवर को डिटॉक्स करने के लिए भी गन्ना का रस काफी फायदेमंद होता है. वहीं आयुर्वेद में इसे जिगर का टॉनिक कहा गया है, खासकर पीलिया के मरीजों के लिए. गन्ना का रस स्किन के लिए फायदेमंद होता है, इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट त्वचा को ग्लोइंग बनाते हैं.इसके अलावा म्युनिटी बूस्टर का भी काम करता है .इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, और आयरन जैसे पोषक तत्व होते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं.

गन्ने का जूस न सेवन कैसे करें 

सुबह खाली पेट सत्तू पीना डाइजेशन के लिए बेहद लाभकारी होता है. वहीं दोपहर के समय गन्ने का जूस पीने से लू से बचा जा सकता है.

जरूरी बात 

सत्तू और गन्ने का जूस ताजा बनाकर ही सेवन करें.

बाजार में मिलने वाले मिलावटी जूस से बचें.

डायबिटीज के मरीज गन्ने के रस का सेवन डॉक्टर की सलाह से करें.