टीएनपी डेस्क(TNP DESK): कोरोना के बाद बीते साल ही मंकीपॉक्स नामक वायरस ने दुनिया में दस्तक दी थी. यह एक ऐसा संक्रमण था जो जानवरों से इंसान में तेजी से फैल रहा था .हालांकि बीच में इस वायरस से लोगों को निजात मिला. लेकिन एक बार फिर से अफ्रीका में यह वाइरस काफी तेजी से फैल रहा है. इसे एमपीओएक्स के नाम से जाना जाता है. WHO के महानिदेशक ने इस गंभीर बीमारी पर चिंता जताई है. मंकी बॉक्स के बढ़ते मामले को देखकर WHO ने ग्लोबल हेल्थ एमरजैंसी यानी कि वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करने का विचार किया है.

WHO की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल डीआरसी में 27000 से ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. वही 1100 लोगों की मौत भी इस वायरस से हो चुकी है. मरने वालों में बच्चों की संख्या ज्यादा है. अल जजीरा के एक रिपोर्ट के मुताबिक यह वाइरस युवा लोगों को ज्यादा अपनी चपेट में ले रहा है वहीं जिन लोगों की डेथ हुई है उन लोगों में 85% लोग 15 साल से कम उम्र के हैं. बता दे की साल 2022 में इस बीमारी को ग्लोबल इमरजेंसी डिक्लेयर किया गया था. उस समय यह बीमारी दुनिया के 74 देश में फैली थी लेकिन इस बार इस वायरस के मामले काफी तेजी तेजी से बढ़ रहे हैं और इससे लोगों की मौत भी ज्यादा हो रही है.

मंकीपॉक्स क्या है 

मंकीपॉक्स एक ऐसी बीमारी है, जो जूनोटिक वायरस के फैलने से हो रही है. यह जानवरों से इंसानों में और इंसान से इंसान में फैल सकती है.

क्या हैं मंकी पॉक्स के लक्षण

मंकीपॉक्स के लक्षणों में चेहरे, हथेलियों, तलवों, आंखों, मुंह, गले, जांघ और जननांग आदि पर दाने-रैशेज-छाले होना भी शामिल है. ध्यान रखें कि जबतक मंकीपॉक्स के मरीज के सभी छाले या दाने सूख नहीं जाते, तबतक वह संक्रमण फैला सकता है. इसके आम लक्षणों में बुखार, रैश, सूजन, सिर में दर्द, मसल्स में दर्द, बैक पेन होना शामिल है. 

कैसे फैल सकता है संक्रमण

अभी तक मौजूद जानकारी के मुताबिक, मंकीपॉक्स वायरस संक्रमित इंसान को करीब से छूने, फेस टू फेस कॉन्टैक्ट, यौन संबंध, म्यूकस, रेस्पिरेटरी ड्रॉप्लेट्स आदि से फैल सकता है. वहीं, अगर जानवरों से इंसानों में मंकीपॉक्स वायरस फैलने की बात की जाए, तो यह संक्रमित जानवरों को छूने, अधपका मांस खाने आदि से फैलता है.