रांची(RANCHI): झारखण्ड में कई तरह की पूजा होती है. जिसे देख लोग चौक जाते है. इसी में एक पूजा है मां मनसा की, जिसमें हजारों लोग जहरीले सांप को लेकर यात्रा निकालते है. जहरीले सांप को कोई गले में लपेटे रहता है तो कोई हाथ में लेकर उससे खेलता है. इस बीच कई बार सांप काटता भी है. लेकिन मानना है कि उन्हें कुछ नहीं होता है. इसके पीछे की वजह मां मनसा की पूजा बताई जाती है.
रविवार को रांची से 30 किलोमाटर दूर बुंडू में मां मनसा की पूजा की गयी. इस पूजा में हजारों की संख्या में मां के भक्त जुटे. सभी यात्रा निकाल कर मंदिर तक गए. जिसके बाद पूजा अर्चन की गई. लेकिन इस बीच जो तस्वीर दिखी उसे देख कर हर किसी का कलेजा बाहर निकल रहा था. वह डर कर भाग रहा था कि कहीं सांप काट ना ले, लेकिन जो भक्त थे वह सांप के साथ मस्ती करते हुए नाचते झूमते दिख रहे थे.
यात्रा में शामिल लोगों ने बताया कि सांप का जहर उन्हें नहीं लग सकता है. माँ मनसा की कृपा है सांप के काटने से कुछ नहीं हो सकता है. उन्होंने बताया कि सांप कुछ नहीं कर सकता है माँ मनसा की खूबी है कि सांप कुछ नहीं करता है.
एक बुजुर्ग ने बताया कि माँ मनसा के शक्ति के वजह से कुछ नहीं होता है. इस दिन सभी व्रत रखते है. विधि विधान और पूजा अर्चना के बाद सांप पकड़ा जाता है. बिना पूजा के अगर ऐसे सांप को पकड़ा जाये तो सांप काट ले तो जान जा सकती है. लेकिन माँ की कृपा है कि ऐसे कुछ नहीं होता है
इस यात्रा में शामिल कई लोगों ने बताया कि मनसा देवी को सांप की देवी है. सांप ही मनसा मां की सवारी है. ऐसे में परमपरा के मुताबिक सभी लोग सांप लेकर निकलते है. इसे कई दिन पहले जंगल से पकड़ कर लाते है और फिर घर में इसे रख कर पूजा अर्चना करते है. दूध पिलाते है. इसके बाद मनसा पूजा के दिन घर से सभी सांप लेकर निकलते है.
यात्रा में शामिल लोगों में सांप से कटवाने की भीड़ लगी रहती है. हर कोई जो यात्रा में शामिल है वह किसी दूसरे सांप से अपने शरीर पर कटवाता है. लोगों का मनाना है कि इसमें उन्हें जहर भी नहीं लगती है. बतता चलें कि मनसा पूजा शाम में की जाती है.
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