अलीगढ (ALIGARH)-पीएम मोदी ने मंगलवार को अलीगढ में राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर बनने वाली यूनिवर्सिटी की नींव रखी है.उस मौके पर उत्तरप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौके पर मौजूद थे.पीएम मोदी ने अपने अभिभाषण के शुरुआत में राधा अष्टमी की बधाई देते हुए कहा  कि आज अलीगढ के लिए और पश्चिमी उत्तरप्रदेश के लिए बहुत ही बड़ा दिन है. आज राधा अष्टमी भी है ये अवसर आज के दिन को और भी पुनीत बनाता है. बृजभूमि के कण कण में राधा ही राधा है.

कल्याण सिंह को किया याद 

शुभ कार्यों पर कल्याण सिंह को याद करते हुए कहा की आज अगर वो होते तो बेहद ही खुश होते. मैं उनकी अनुपस्थिति को महसूस कर रहा हूँ.आजादी के आंदोलन में महान व्यक्तित्वों ने अपना सबकुछ खपा दिया लेकिन देश का दुर्भाग्य रहा कि राष्ट्रनायक और नायिकाओं की तपस्या से देश को परिचित ही नहीं कराया गया. 20 वीं  सदी की उन गलतियों को 21वीं सदी का भारत सुधार रहा है.राजा महेंद्र प्रताप सिंह को राष्ट्र निर्माण में योगदान से नई पीढ़ी को ईमानदार प्रयास आज देश में हो रहा है.आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है.पीएम मोदी ने अभिभाषण में यह भी कहा कि कल तक अलीगढ के ताले से घर और दुकान सुरक्षित होते थे.21वीं सदी में देश के सीमा पर भी अब सुरक्षा मिलेगी.भारत की आजादी के लिए दुनिया के कोने कोने में गए थे राजा महेन्द्र प्रताप सिंह. भारत माता को बेड़ियों से आजाद करने के लिए जी जान से जुटे रहे.युवाओं से कहूंगा जब भी उन्हें अपना लक्ष्य कठिन लगे तो राजा महेंद्र प्रताप सिंह को याद करने से हौसला बुलंद हो जायेगा.

राजा महेंद्र सिंह ने AMU के लिए दी थी जमीन 
 
भारत की आजादी के लिए एक लक्ष्य  के साथ जुटे रहे.जीवन का बड़ा शौभाग्य बताते हुए कहा कि मुझे राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी की शिलान्यास करने का मौका मिला.अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के लिए भी जमीन दी थी.21 वीं सदी का भारत शिक्षा और कौशल के नए दौर की तरफ में चल पड़ा है.अमर सपूत के नाम पर विश्वविद्यालय का नाम सच्ची कार्यान्जलि है. यह आधुनिक शिक्षा का एक बड़ा केंद्र बनेगा और साथ हीं डिफेंस से जुडी पढ़ाई, मैन्युफैक्चरिंग से जुडी टेक्नोलॉजी और मैनपावर बनाने वाला सेंटर बनेगा,नयी राष्ट्रिय नीति  में जिस तरह शिक्षा,कौशल और स्थानीय भाषा में पढ़ाई करने का लाभ मिलेगा.डिफेन्स इम्पोर्टर के तौर पर  जाना जानेवाले भारत अब दुनिया के लिए अहम् एक्सपोर्टर बनने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है.

कौन थे राजा महेंद्र प्रताप  सिंह 

राजा महेंद्र प्रताप सिंह AMU के छात्र रह चुके थे. उन्होंने पूरे परिवार के साथ 1914  में अलीगढ़ को छोड़  दिया था. वे 33 वर्षों तक निर्वासन में रहे थे.1947 में भारत लौटने के बाद उन्होंने 1957 में मथुरा लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया.जनसंघ के प्रत्याशी अटल बिहारी वाजपेयी को हराकर सांसद बने थे.

रिपोर्ट:रंजना कुमारी,रांची ब्यूरो