दिल्ली (DELHI) : देश की सबसे पुरानी एयरलाइन एयरइंडिया अब फिर से टाटा कंपनी की हो गई है. खबरों की मानें तो इस एयरलाइन्स की नीलामी में सबसे ज्यादा बोली लगाकर टाटा सन्स ने इसे हासिल कर लिया है. बता दें कि इस नीलामी में टाटा के अलावा और भी कई बड़ी कंपनियों ने बोली लगाई थी. जिसमें स्पाइस जेट का भी नाम शामिल है. अमित शाह की अध्यक्षता में मंत्रियों के साथ हुई बैठक में नीलामी के विजेता की घोषणा हुई जिसमें टाटा सन्स ने जीत हासिल की. सूत्रों की मानें तो सरकार ने भविष्य के नकदी प्रवाह, ब्रांड मूल्य और विदेशी हवाई अड्डों में स्लॉट के आधार पर राष्ट्रीय कैरियर के लिए न्यूनतम आरक्षित मूल्य तय किया था जिसके लिए टाटा सन्स ने न्यूनतम आरक्षित मूल्य से 3000 करोड़ रुपये अधिक की बोली लगाई है. इससे जुड़ी ये भी खबर है कि भारत सरकार 23,000 करोड़ रुपए में एयरइंडिया एयरलाइन्स टाटा को सौंपेगी. हालांकि, इन सारी बातों की आधिकारिक घोषणा होनी अभी बाकी है. एयर इंडिया के आने के बाद अब टाटा के पास तीन एयरलाइन्स हो जाएंगे, जिसमें दो एयरलाइन्स विस्तारा और एयरएशिया पहले से ही टाटा के पास है.

टाटा का ही था एयर इंडिया

एयरइंडिया की बात करें तो इस एयरलाइन्स की शुरुआत 1932 में जेआरडी टाटा ने किया था. जिसका तब नाम टाटा एयरलाइन्स था. द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद इस एयरलाइन्स को पब्लिक कर दिया गया और इसका नाम बदलकर एयरइंडिया हो गया. आजादी के बाद भारत सरकार ने इसका 49% शेयर खरीद लिया. फिर 1953 में राष्ट्रीयकरण करते हुए भारत सरकार ने लगभग पूर्ण रूप से इस एयरलाइन्स को खरीद लिया था. जिसके बाद से एयरइंडिया देश की पहचान बन गया था.