टीएनपी डेस्क(TNP DESK): सोशल मीडिया पर इन दिनों एक विदेशी महिला का वीडियो बहस का मुद्दा बन गया है, इस पर ज्यादा विवाद इसलिए हो रहा है क्योंकि यह धर्म से जुड़ा हुआ है. वीडियो में बिकनी पहने ऋषिकेश में गंगा नदी में डुबकी लगती हुई नजर आ रही है.वही अपने मुंह से ओम नमः शिवाय और गंगा माता की जय जयकार करती हुई भी सुनाई और दिखाई दी जा सकती है.वीडियो में वैसे तो कुछ भी विवादित नहीं है लेकिन फिर भी इसको लेकर काफी ज्यादा बवाल मचाया जा रहा है क्योंकि महिला ने बिकनी पहन रखा है.वायरल वीडियो लक्ष्मण झूला के पास का है जो आप सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा ट्रेंड कर रहा है.
डुबकी लगाने वाली महिला विदेशी है
अब इस वीडियो को बहुत ज्यादा ट्रोल किया जा रहा है क्योंकि इसमे डुबकी लगाने वाली महिला विदेशी है और उसने बिकनी पहन रखा है. अब इस वीडियो पर समाज के लोग दो हिसों मे विभाजित हो गए हैं कुछ लोग इसको पहनावे को नजरंदाज करते हुए उसके मन में सच्ची भक्ति को देख रहे है तो वहीं कुछ लोग उसे पहनावे को अमर्यादित बताते हुए विरोध कर रहे है.समाज के अधिकांश लोग महिला के पहनावे का विरोध कर रहे है उनका कहना है कि गंगा नदी कोई समुद्र बिच नहीं है जिस पर कुछ भी पहन कर लोग डबकी लगाने आ जाएं.यह एक आस्था का प्रतीक है जहां मर्यादित कपडे पहन कर आना ही उचित है.ऐसे कपडे पहन कर पूजा पाठ करने के लिए पहुंच जाना धार्मिक आस्था को दुख पहुंचाता है.वही कुछ लोग अब महिला पुरुष के विवाद में फस गए हैं कुछ लोगों का कहना है कि जब पुरुष बनियान पहन कर चढ़ी पहन कर गंगा नदी में डुबकी लगा सकते हैं तो फिर महिलाएं क्यों नहीं.
समाज का एक तबका इस विदेशी महिला के समर्थन में भी खड़ा है
वही समाज का एक तबका इस विदेशी महिला के समर्थन में भी खड़ा है. उनका कहना है कि विदेशो में इस तरह के कपड़े पहनना कोई बड़ी बात नहीं है यह आम बात है.महिला के पहनावे पर नहीं जाना चाहिए उसके मन में जो आस्था है उसको देखना चाहिए उसको यहां के रीति रिवाज के बारे में पता नहीं है शायद उसने ऐसा किया होगा.इसमेंमहिला की कोई गलती नहीं है, इसलिए विवाद करना नहीं चाहिए.
दोषी यह महिला नहीं है बल्की यहां की व्यवस्था है
जो भी लोग इस महिला का विरोध कर रहे है. ऐसे लोगों को यह बात जरूर समझनी चाहिए कि वह जिस संस्कृति में रहती है उसके लिए बिकनी पहनना आम बात है लेकिन फिर भी उसने भारत की संस्कृति को महत्त्व देते हुए भगवान शंकर और गंगा माता की जय जयकार भी की है विदेशी होते हुए हमारी संस्कृति और हमारे भगवान को सम्मान दिया है ऐसे में उसका विरोध करना बहुत गलत है.वही दूसरी बात यह है कि अगर वहां पर ऐसे कपडे पहनकर डुबकी लगाने पर प्रतिबन्ध है तो सरकार की ओर से ऐसे लोगों को नियुक्त किया जाना चाहिए जो विदेशी लोगों को यह समझा सके कि किस तारिके के कपडे पहन कर डुबकी लगाना है.ताकी दूसरे विदेशी लोगों को इस विरोध का सामना ना करना पड़े क्योंकि दोषी यह महिला नहीं है बल्की यहां की व्यवस्था है.

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