टीएनपी डेस्क(TNP DESK): आजादी के 75 वर्ष पूरे हो चुके हैं. स्वतंत्रता दिवस के दिन लोग तरह-तरह से इस त्योहार को मनाते हैं. मगर, इस दिन एक चीज जो हर घर में होती है और सालों से चली आ रही है, वह है झण्डा फहराने के बाद देशभक्ति फिल्में देखना. आजादी के दिन तो टीवी पर भी बहुत सारी देशभक्ति की फिल्में ब्रॉडकास्ट की जाती हैं. लोग फिल्में देखकर भी खुद को देशभक्ति से लबरेज करते हैं. हिन्दी सिनेमा की बात करें तो आजादी पर बहुत सारी फिल्में बनी हैं. इनमें द लेजन्ड ऑफ भगत सिंह, शहीद, सरदार उधम सिंह आदि बहुत सारी फिल्में हैं. हम आज ऐसे ही कुछ फिल्मों के बारे में बात करेंगे, जिसे लोग आजादी और इससे जुड़ी जानकारी के लिए देख सकते हैं.
द लेजेन्ड ऑफ भगत सिंह : यह फिल्म शहीद भगत सिंह के जीवन पर आधारित है. आजादी के लिए मर मिटने का ऐसा जोश शायद ही भगत सिंह के अलावा और किसी में था, वो भी तब जब वो मात्र 23 साल के थे. उन्होंने मात्र 23 साल की उम्र में ही फांसी के फंदे को चूम लिया था. उनके साथ सुखदेव और राजगुरु भी फांसी चढ़ गए थे. अंग्रेजी हुकूमत इन तीनों से ज्यादा किसी से परेशान नहीं हुई. इन तीनों की कहानी सभी की आंखों में आंसू ले आते हैं और इसके साथ ही सभी के सीने में देशप्रेम की आग भी झोंक देते हैं. इसलिए ये फिल्म जरूरी देखनी चाहिए. इस फिल्म में भगत सिंह का किरदार अजय देवगन ने निभाया था. इसके लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड भी मिला था.
सरदार उधम सिंह : सरदार उधम सिंह हाल ही में रिलीज हुई फिल्म है. इस फिल्म में विक्की कौशल ने सरदार उधम सिंह का किरदार निभाया है. इस फिल्म के जरीये सरदार उधम सिंह की कहानी दिखाई जाती है, जिन्होंने जालियांवाला बाग हत्याकांड के दोषी जेनरल डायर को इंग्लैंड में जाकर गोली मारी थी. इस फिल्म में फिल्माया गया जालियांवाला बाग हत्याकांड का दृश्य किसी को भी झकझोर कर रख सकता है.
मंगल पांडे: आजादी का पहला संग्राम 1857 में लड़ा गया था. इसके नायक थे मंगल पांडे. उन्हीे के जीवन और पहले स्वाधीनता संग्राम पर यह फिल्म आधारित है. इस फिल्म में मंगल पांडे का किरदार आमिर खान ने निभाया है.
नेताजी सुभाष चंद्र बोस: द फॉर्गेोटेन आर्मी: आजाद हिन्द फौज के संस्थापक नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जीवनी पर बनी ये फिल्म नेताजी के जीवन यात्रा को दर्शाती है. भारत की फौज बनाने से लेकर अंग्रेजों के पसीने छुड़ाने की कहानी बहुत ही खूबसुरती से दिखाया गया है. कैसे नेताजी अंग्रेजों से छिपकर रूस गए, फिर वो जर्मनी गए. हिटलर से मिले. फिर रंगून में आर्मी बनाई. सभी बातों को और आजादी के उनके संघर्ष को बहुत ही उम्दा तरीके से दिखाया है.
गांधी: महात्मा गांधी के जीवन पर आधारित ये इंग्लिश फिल्म है. इस फिल्म के जरीए महात्मा गांधी के जीवन के बारे में विस्तार से जानने को मिलता है. इसके साथ ही गांधी विचारधारा और कैसे उनकी विचारधारा के आगे अंग्रेजों ने हार मानी. इसे सबसे बेहतर तरीके से दिखाया है.
Recent Comments