रांची (RANCHI): गोड्डा जिला के महगामा से एक सनसनी वाली खबर सामने आई है. मदरसे में पढ़ने वाली एक बच्ची की मौत संदिग्ध स्थिति में होने के बाद बवाल मच गया है. बच्ची सात साल से महगामा के मदरसे में पढ़ाई कर रही थी, लेकिन अचानक उसका शव मदरसे में बरामद हुआ है. जिसके बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया है. सभी अभिभावक मदरसे से अपनी बच्चे को लेकर चले गए. इस मामले में गंभीरता को देखते हुए मंत्री दीपिका पांडे सिंह और संजय यादव ने भी चिंता जताते हुए जांच का आदेश दिया है.

बताया जा रहा है कि क़स्बा गांव के उम्मूल मोमिन जामिया आयशा लिल बनात मदरसे में कई छात्र छात्रा पढ़ाई करती है. इस बीच बुधवार को सब कुछ ठीक था. सब बच्चियां भी सो गई. मृतक आमनूर भी सभी के साथ कमरे में जा कर सो गई थी, लेकिन सुबह उनके कमरे में उनकी लाश मिली है. मृतक के गले पर निशान है. जिससे लगता है कि बच्ची का किसी चीज से गला दबाया गया हो या फिर फांसी लगाईं गई हो. हालांकि पुलिस मौके पर पहुँच कर जांच में जुटी है.

बच्ची भागलपुर बिहार की रहने वाली है. परिजनों के मुताबिक सुबह 9 बजे बच्ची की तबियत ख़राब होने की सुचना फोन पर दी गई, लेकिन जब मदरसा पहुंचे तो बच्ची की लाश उसके बिस्तर पर पड़ी थी.परिजनों ने मौलाना पर हत्या का आरोप लगाया है. फांसी लगा कर मारने की बात कही जा रही है. हालांकि इस पूरे मामले में अभी तक मदरसा का कोई पक्ष सामने नहीं आया है.

वहीं इस पूरे मामले में मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने लिखा कि महगामा के क़स्बा गांव में एक 13 साल की बच्ची की सदिग्ध मौत हुई है. यह मामला बेहद गंभीर है. इसमें निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए. मामले में मंत्री संजय यादव ने लिखा है कि महगामा में बच्ची की मौत हुई है, जो चिंताजनक है और मामला गंभीर है. इसमें जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.