टीएनपी डेस्क(TNP DESK):झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था किसी से छुपी हुई नहीं है. वही सूबे के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स की सच्चाई भी सबको पता है. झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल बेहाल है, सिस्टम खाट पर, तो एम्बुलेंस के टायर पंचर हैं, लेकिन इसको ठीक कराने की जगह सूबे स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी रिम्स अस्पताल में मरने वाले मरीज़ों को कफन बांटने की तैयारी कर रहे लगे हैं.

झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था को ठीक करना मंत्रीजी के लिए जरुरी नहीं है

आपको बतायें कि आये दिन रिम्स की बदहाली की खबरें सामने आती रहती हैं. जहां मरीज़ों को कभी बिस्तर नहीं मिलता तो कभी समय पर एम्बुलेंस  नहीं मिलने से लोगों की मौत हो जाती है. गर्मी के दिनों में मरीजों को बिना पंखा का रहना पड़ता है, आलम ये हो जाता है कि मरीज के परिजन किसी तरह हाथ से पंखा कर गर्मी के दिनों में गुजारा करते है.वहीं डॉक्टर भी अस्पताल से गायब रहते है, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी की नजर में यह समस्या नहीं है, इसको ठीक करने की यह बिल्कुल जरूरी नहीं है.

पढ़ें कैसे रिम्स में मरनेवालों को कफन देंगे मंत्री इरफान अंसारी

तभी तो स्वास्थ्य मंत्री इन समस्याओं का समाधान ढूंढ़ने और लोगों को इससे निजात दिलाने की जगह लोगों के मरने के बाद का इंतजाम कर रहे हैं और अस्पताल में मरने वाले मरीजों को कफन देने की बात कर रहे हैं, वहीं वे अंतिम संस्कार के लिए 5 हजार भी देने का ऐलान कर रहे हैं.अब जरा आप ही बताइए इससे झारखंड के स्वास्थ्य व्यवस्था बिगडेगी या सुधरेगी.

स्वास्थ्य मंत्री का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है

दअरसल डॉ. इरफान अंसारी को लेकर हम जो भी बातें कह रहे हैं वे मनगढंत नहीं हैं, बल्कि इन दिनों इरफान अंसारी का एक वीडियो बड़े ही तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें वे कहते हुए नजर आ रहे हैं के रिम्स में मरनेवाले मरीज़ों को वे कफन देंगे. वहीं 5 हजार रुपये भी अंतिम संस्कार के लिए देंगे.वीडियो में इरफ़ान अंसारी जिस तेवर में लोगों से ये ऐलान कर रहे हैं उन्हें जरा भी इस बात का अंदाजा नहीं है कि वह क्या कह रहे हैं.

जरा आप ही सोचिए जिनके हाथों में झारखंड के स्वास्थ्य व्यवस्था की बागडोर सौंपी गई है, वहीं मंत्री स्वास्थ्य व्यवस्था के खराब स्थिति को सुधारने के लिए बजाय इसकी वजह से हुई लोगों की मौत का इंतजार कर रहा है.वहीं अब इस वीडियो के वायरल होते ही खूब राजनीति भी हो रही है. बीजेपी की ओर से इरफान अंसारी को पूरी तरह से घेरा जा रहा है और इस बात का विरोध किया जा रहा है कि उन्होंने ऐसा बयान क्यों दिया.