TNP DESK:अगर आप भी मानसून के बीच घूमने की प्लानिंग प्लानिंग कर रहे है, तो जुलाई का महीना आपके लिए एकदम परफेक्ट है. हरियाली, ठंडी हवा और बूंदों की रिमझिम के बीच भारत की कुछ जगहें ऐसी हैं, जहां जुलाई में घूमना किसी जन्नत से कम नहीं लगता. तो आइए जानते हैं उन 5 बेस्ट डेस्टिनेशन के बारे में जो इस जुलाई में आपके वेकेशन को खास बना सकती हैं.

लद्दाख बादलों के पार एक और दुनिया

लद्दाख को "बादलों के पार एक और दुनिया"भी कहा जाता है, क्योंकि यह ऊंचे पहाड़ों, ठंडे रेगिस्तानों और शांत परिदृश्यों का एक अनूठा संगम देखने को मिलता है. आपको बताए यह जगह हिमालय और कराकोरम पर्वत श्रृंखलाओं से घिरा है, जो इसे एक अलग और मनमोहक जगह बनाते हैं. 

कैसा मौसम रहता है?

अगर बात करें लद्दाख के मौसम की तो जुलाई में लद्दाख पूरी तरह खुल चुका होता है और मौसम सुखद बना रहता है. यह दिन में हल्की गर्मी और रातें ठंडी होती हैं. वहीं जुलाई के महीने में लद्दाख घूमने के लिए बेस्ट डेस्टिनेशन है.

यहां क्या करें?

पैंगोंग झील की खूबसूरती का दीदार

खारदुंगला पास पर ड्राइविंग का रोमांच

बौद्ध मठों की यात्रा और संस्कृति से जुड़ाव

डेस्टिनेशन तक कैसे पहुंचे?

लेह तक आपके लिए फ्लाइट्स उपलब्ध हैं.या फिर आप मनाली या श्रीनगर से रोड ट्रिप भी कर सकते हैं.

कुर्ग कर्नाटक, भारत का स्कॉटलैंड

कूर्ग की खुशबूरत पहाड़ियाँ, घने जंगल और कॉफी के बगीचे देख कर लगता है कि ये तो बिल्कुल स्कॉटलैंड की घटिया है.बता दे यहाँ की हरियाली और कोहरे से ढकी पहाड़ियाँ देख कर लगता है जी मानी आप किसी जन्नत में आ गए हो.वही यहां की ठंडी और सुहावनी जलवायु,कूर्ग का मौसम साल भर ठंडा और सुखद रहता है. जहां इसी वजह से मैदानी इलाकों में गर्मी से राहत मिलती है.

कैसा मौसम रहता है?

अगर बात करे इस जगह के मौसम की तो जुलाई में कुर्ग में हल्की बारिश होती है, जिससे यहां की कॉफी प्लांटेशंस और घाटियों में हरियाली छा जाती है. यह नजर देखने में काफ़ी खूबसूरत होता है.

यहां क्या करें?

अब्बे फॉल्स और इरुप्पू वॉटरफॉल्स की सैर

कॉफी एस्टेट्स में वॉक

राजा की सीट से सनसेट का आनंद

डेस्टिनेशन तक कैसे पहुंचे?

इस डेस्टिनेशन तक पहुंचने के लिए आपको मैसूर या बैंगलोर से टैक्सी या बस मिल जायेगा,साथ ही आप यह से अपने निजी वाहन के जरिए कुर्ग आसानी से पहुंच सकते है.

दार्जिलिंग ,चाय, पहाड़ और शांति

दार्जिलिंग, जिसे "क्वीन ऑफ हिल्स" कहा जाता है. पश्चिम बंगाल का एक फेमस हिल स्टेशन है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, हरियाली, चाय बागानों और सांस्कृतिक विविधता के लिए जाना जाता है.वैसे तो दार्जिलिंग की पहचान उसकी सुगंधित चाय से है.यहाँ के चाय बागान, जैसे हैप्पी वैली टी एस्टेट, जो न केवल चाय उत्पादन में आगे हैं, बल्कि टूरिस्ट को चाय की पत्तियों की तोड़ाई से लेकर प्रसंस्करण तक की प्रक्रिया का अनुभव भी कराते हैं.

कैसा मौसम रहता है?

अगर इस मानसून दार्जलिंग का प्लान बना रहे तो आपके यही के मौसम के बारे भी बता दे ,अकसर यहां ठंडा और बारिश से होती है.अगर आप यहां आते है तो आपको बेहद रोमांटिक और सुरम्य महसूस होगा.

यहां क्या करें?

टाइगर हिल से सूर्योदय देखना

दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे की सवारी

चाय बागानों की सैर

डेस्टिनेशन तक कैसे पहुंचे?

दार्जलिंग का अनुभव लेने के लिए आपका नजदीकी रेलवे स्टेशन न्यू जलपाईगुड़ी है, यहां से आप टैक्सी द्वारा दार्जिलिंग जाया जा सकता है.

महाबलेश्वर , वादियों में खो जाने जैसा अनुभव

महाराष्ट्र के सतारा जिले में स्थित महाबलेश्वर, पश्चिमी घाट की गोद में बसा एक प्रसिद्ध हिल स्टेशन है, जो अपनी हरी-भरी वादियों, ठंडी जलवायु और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है.अगर आप भी महाबलेश्वर की यात्रा का सोच रहे तो, यहां प्रकृति प्रेमियों और शांतिप्रिय यात्रियों के लिए काफी अच्छा डेस्टिनेशन है.यहां आप वादियों में खो जाने का आनंद ले सकते हैं.

कैसा मौसम रहता है?

महाबलेश्वर में जुलाई के समय भारी बारिश होती है, जिससे हरियाली और झरने जीवंत हो उठते हैं. यहां का नजारा देख कर ऐसा प्रतीत होता है मानो कि प्रकृति कोई हरि रंग की चादर ओढ़ी हुई है.

यहां क्या करें?

वेन्ना झील की बोटिंग

आर्थर सीट और एलफिंस्टन पॉइंट से घाटियों का नज़ारा

स्ट्रॉबेरी फार्म्स में घूमना

डेस्टिनेशन तक कैसे पहुंचे?

जून में आप भी महाबलेश्वर जाने का सोच रहे है तो पुणे या मुंबई से कैब या बस के जरिए महाबलेश्वर जाया जा सकता है.

जुलाई में जहां एक ओर बारिश का मज़ा होता है, वहीं दूसरी ओर इन जगहों की प्राकृतिक सुंदरता और शांत माहौल, छुट्टियों को खास बना देते हैं.तो इस बार जुलाई में सिर्फ घर में मत बैठिए, बैग पैक कीजिए और निकल पड़िए एक यादगार यात्रा पर!