दिल्ली(DELHI) मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के समक्ष इंवेस्टर मीट में उद्योग विभाग के साथ औद्योगिक घरानों ने विभिन्न क्षेत्रों में हजारों करोड़ रुपये झारखंड में निवेश करने का एमओयू किया.इमर्जिंग झारखंड के तहत निवेशकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन उद्योगपतियों से मिले. और निवेशक सम्मेलन में निवेशकों को झारखंड आने के लिए आमंत्रित किया .इस दौरान उन्होंने कहा की झारखंड निवेशकों के लिए पूरी तरह से तैयार है. निवशेकों के आने से यहां के लोगों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा. लेकिन सरकार के इस पहल पर सावल खड़ा करते हुए कुछ उद्योगपतियों और व्यापारियो ने मोमेंटम झारखंड के समय हुए MOU को केर कई सवाल खड़े किये है क्योकी तब भी सरकार ने निवशकों को लुभाने की पूरजोर कोशिश की थी. लेकिन राज्य में उद्योगों की क्या स्थिती है वो किसी से छुपा नहीं है.
राज्य सरकार निवेशक साथियों का सहयोग लेकर आगे बढ़ना चाहती है. यहां के प्रचुर संसाधनों का उपयोग करते हुए झारखण्ड को विकास की ओर ले जाने का प्रयास करेंगे. इसमें सभी का सहयोग अपेक्षित है. इसके अतिरिक्त टूरिज्म, एजुकेशन, रिन्यूबल एनर्जी, फ़ूड प्रोसेसिंग, ऑटोमोबाइल, फार्मा, टेक्सटाइल के क्षेत्र में भी काम हो रहा है. रिन्यूबल एनर्जी में हम बड़ा प्रोजेक्ट ले कर आ रहे हैं.झारखण्ड में देश का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर प्लांट स्थापित होने जा रहा है, जो बहुत जल्द बड़े पैमाने पर बिजली का उत्पादन करेगा. सरकार राज्य में रोजगार सृजन करने के लिए, उद्योग का मार्ग प्रशस्त करने जा रही है। ये बातें मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने नई दिल्ली स्थित होटल ताज में उद्योग विभाग द्वारा आयोजित इन्वेस्टर्स मीट में झारखण्ड औद्योगिक एवं निवेश प्रोत्साहन नीति 2021 के लोकार्पण समारोह में कही.
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में नई दिल्ली में आयोजित इन्वेस्टर्स मीट के दौरान देश की कई बड़ी कंपनियां झारखंड में अगले तीन सालों के लिए करीब 10 हजार करोड़ का निवेश करने पर सहमत जताई है. ऐसा होने से 20 हजार युवा प्रत्यक्ष रूप से रोजगार से जुड़ पायेगें.इसके अवाला डेढ़ लाख अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर की शुरुआत होगी.सीएम हेमंत सोरेन ने देश की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स, होंडा, मारुति सुजूकी,हुंडई मोटर्स,डालमिया सीमेंट, एनटीपीसी, वेदांता के समेत कई कंपनियों के साथ राउंड टेबल मीटिंग की. बैठक में राज्य सरकार द्वारा बनायी गयी इ-व्हीकल नीति के प्रारूप को भी उद्यमियों के समक्ष रखा गया.
डालमिया करेगा 758 करोड़ का निवेश
डालमिया भारत ग्रुप द्वारा 758 करोड़ रुपये का निवेश करेगा. यह निवेश एक नई सीमेंट यूनिट, एक सोलर पॉवर पलांट तथा एक सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट में पीपीपी मोड में होगा. राज्य सरकार ने दो अक्टूबर को कंपनी को जमीन उपलब्ध कराने का वादा किया, वहीं कंपनी ने 15 महीने में देश की सबसे बड़ी सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट का संचालन शुरू करने का भरोसा दिया है.
टाटा स्टील करेगा 3000 करोड़ का निवेश
टाटा स्टील अगले 3 साल में झारखंड में 3000 करोड़ रुपये कोयला एवं लौह अयस्क के खदान और स्टील उत्पादन के क्षेत्र में निवेश करेगा.टाटा स्टील कोल और आयरन ओर माइंस में अपनी क्षमता बढ़ाएगी, साथ ही वैल्यू ऐडेड पोर्टफोलियो को भी विस्तार देगी. कंपनी ने सरकार की तरफ से उद्यमियों को झारखंड में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि उनका झारखंड के साथ 114 वर्षों का साथ इसी 26 अगस्त को पूरा हुआ है. वह झारखंड में लगातार बढ़ रहे हैं, इसलिए लगभग 40% आयरन ओर से भरे इस राज्य में टाटा स्टील अपना उत्पादन 100000 टन से बढ़ाकर 11 मिलियन टन करने लगी है
सिंगल विंडो क्लियरेंस पॉलिसी तैयार
झारखंड सरकार ने निवेशकों को आमंत्रित करने साथ विभिन्न क्षेत्रों में सिंगल विंडो क्लियरेंस पॉलिसी तैयार कर ली गई है.उद्योग स्थापित करने के लिए सरकार के पास 1000 एकड़ जमीन का लैंड बैंक है.उन्होंने निवेशकों को झारखण्ड में क्यों निवेश करें से संबंधित विभिन्न आयामों पर विशेष रूप से प्रकाश डाला.जेआईआईपी, इथनॉल पॉलिसी, रोड कनेक्टिविटी, इलेक्ट्रिक वेकिल पॉलिसी, आदित्यपुर क्लस्टर के बारे में प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया. उन्होंने कहा कि झारखंड को सोलर पार्क, ऑटो हब, इलेक्ट्रॉनिक निर्माण का हब बनाने के लिए सरकार सभी निवेशकों को आमंत्रित कर रही है
रघुबर सरकार द्वारा आमंत्रित 162 में से 113 कंपनियों ने समेटा अपना बोरिया बिस्तर
झारखंड में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए 100 करोड़ से अधिक खर्च कर मोमेंटम झारखंड का आयोजन किया गया था .इसके लिए देश-विदेश में बड़े बड़े रोड शो हुए. इसके लिए ब्लू प्रिंट भी तैयार हुए पर उस ब्लू प्रिंट के अनुरुप काम आज तक नहीं हो सका.देश विदेश की कई कंपनियां सरकार के साथ करार तो किया लेकिन झारखंड आने से कतराती रही । कई कंपनियां काम आगे बढ़ने के बाद वापस लौट गई । मोमेंटम झारखंड में भले ही सरकार ने करोड़ खर्च किए लेकिन नतीजा सिफर रहा । झारखंड आज भी विकास की राह देख रहा है ।
एक बार फिर से हमेंत सरकार ने दिल्ली में आयोजित इंवेस्टर मीट में 10 हजार करोड़ के निवेश के साथ करीब 1.5 लाख रोजगार सृजन करने का योजना बनाई है लेकिन निवेशक कितना गंभीरता से आगे बढ़ते है यह समय बताएगा .फिलहाल राज्य में बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है ऐसे में राज्य सराकरा के द्वारा 10 हजार करोड़ का इंवेस्टर मीट कितना कारगर साबित इस पर सबकी उम्मीदे टिकी है।
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